निजी स्कूलों के बोर्ड परीक्षा केंद्र दूरी पर बनाए जाने से स्कूल संचालकों में रोष
निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षा केंद्र दूरी पर बनाए जाने से स्कूल संचालकों में रोष है। स्कूल एसोसिएशन ने सरकार पर जान-बूझकर ऐसा करने का आरोप लगाया है। निजी स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सरकार राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को बढ़ाने के लिए ऐसा कर रही है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षा केंद्र दूरी पर बनाए जाने से स्कूल संचालकों में रोष है। स्कूल एसोसिएशन ने सरकार पर जान-बूझकर ऐसा करने का आरोप लगाया है। निजी स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सरकार राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को बढ़ाने के लिए ऐसा कर रही है। शर्मा ने कहा कि इस बार परीक्षा के तहत प्रेक्टिकल के लिए निजी स्कूलों में आबजर्वर नियुक्त किया है, जबकि सरकारी में स्कूल आबजर्वर नियुक्त नहीं किया। शर्मा ने कहा कि सरकार निजी स्कूलों के साथ भेदभाव की नीति अपना रही है। निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षाओं में दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं। जिमखाना क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में कुलभूषण शर्मा ने कहा कि ग्रामीण निजी स्कूलों के बच्चों के लिए फरमान जारी किया गया है कि वे शहर में किसी स्कूल में ले जाकर बच्चों की परीक्षा दिलवाएंगे। जबकि सरकारी स्कूलों के लिए ऐसा कोई निर्देश नहीं हैं। सरकारी स्कूलों में या तो उसी स्कूल में या फिर पास के गांव के स्कूल में परीक्षा ली जा रही है। तो ऐसे में प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का कसूर है। परीक्षा केंद्रों को लेकर एक जैसी पारदर्शिता होनी चाहिए। वे खुद मांग करते हैं कि परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि बोर्ड ने अपने इन आदेशों पर फिर से विचार नहीं किया तो निजी स्कूल संचालक कोर्ट की शरण में जा सकते हैं। इस मौके पर राज सचिव वरूण जैन, जिला प्रधान परमानंद गोयल, जिला चेयरमैन बलिद्र संधू, जिलाध्यक्ष परमानंद गोयल, राज्य कार्यकारिणी सदस्य महीपाल कौशिक, प्रवीण प्रजापति, जोगेंद्र ढुल, कुलदीप पूनिया, राजेश कुमार मौजूद रहे।