अब नप में शुरू होगी विकास कार्यों की प्रक्रिया
विधानसभा चुनावों के बाद आचार संहिता हट चुकी है। अब नगर परिषद की ओर से शहर में होने वाले विकास कार्यों को लेकर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आचार संहिता लगते ही शहर में विकास कार्य थम गए थे
जागरण संवाददाता, कैथल : विधानसभा चुनावों के बाद आचार संहिता हट चुकी है। अब नगर परिषद की ओर से शहर में होने वाले विकास कार्यों को लेकर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आचार संहिता लगते ही शहर में विकास कार्य थम गए थे। पार्षदों की आपसी लड़ाई व आचार संहिता के कारण करीब 70 करोड़ के विकास कार्य प्रभावित हो गए थे।
पांच सितंबर को नगर परिषद में हाउस की हंगामेदार बैठक हुई थी। बैठक में दस करोड़ 27 लाख रुपये के सीएम घोषणा के काम पास करने के लिए रखे गए थे। मीटिग में विवाद होने के कारण यह घोषणा बीच में अटक गई थी। इसके अलावा करीब 25 वार्डों के विकास कार्यों की सूची रखी गई थी जो करीब 11 करोड़ रुपये के थे। अब नप की ओर से जल्द ही हाउस की बैठक बुलाई जाएगी ताकि इन कार्यों को करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके। 20 वार्डों में साढ़े दस करोड़ रुपये के विकास कार्यों के टेंडर लगाए गए थे, जिन्हें खोला नहीं गया था। अब इन टेंडरों को खोलने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इन विकास कार्यों में वार्डों में नई गलियां, नई स्ट्रीट लाइटें, गलियों की रिपेयर, वार्डों में लोहे के गेट लगवाना, गलियों में सूचना बोर्ड लगाना व अन्य विकास कार्य शामिल हैं।
छह महीने से काम पड़ा है बंद
पुराने बस स्टैंड पर करीब 38 करोड़ रुपये की लागत से सिटी व बैंक स्क्वेयर का काम होना है। निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायत होने व अधिकारियों पर केस दर्ज होने के बाद यह काम करीब छह महीनों से बंद ही पड़ा है। अब दोबारा से निर्माण कार्य को शुरू करने का प्रयास किया जाएगा।
लगाए जाएंगे नए टेंडर
आचार संहिता के कारण नगर परिषद की ओर से कोई भी नया टेंडर नहीं लगाया गया था। अब नप की ओर से टेंडर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा नप के कर्मचारियों की चुनावों में ड्यूटी थी जो अब वापस आ चुके हैं। नप कार्यलय में अब नियमित रूप से लोगों के काम भी हो सकेंगे।
नए टेंडर लगाए जाएंगे
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि आचार संहिता के कारण विकास कार्य प्रभावित थे। अब आचार संहिता हट चुकी है और शहर के विकास को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जरूरत के हिसाब से नए टेंडर लगाए जाएंगे और जो पहले टेंडर लगे हुए हैं उन्हें खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।