पौधगिरी अभियान में निजी स्कूल नहीं ले रहे रुचि, लगाए केवल 6700 पौधे
शिक्षा विभाग की ओर से जिला के स्कूलों में चलाए गए पौधगिरी अभियान में निजी स्कूल रुचि नहीं ले रहे है। इस कारण एक महीना बीते जाने के बाद अब तक केवल 53 हजार पौधे ही लगाए गए हैं। इसमें से जिला के 330 निजी स्कूलों में अभी तक केवल 6700 पौधे ही लग पाए हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल :
शिक्षा विभाग की ओर से जिला के स्कूलों में चलाए गए पौधगिरी अभियान में निजी स्कूल रुचि नहीं ले रहे है। इस कारण एक महीना बीते जाने के बाद अब तक केवल 53 हजार पौधे ही लगाए गए हैं। इसमें से जिला के 330 निजी स्कूलों में अभी तक केवल 6700 पौधे ही लग पाए हैं। इसके साथ ही पौधगिरी अभियान में सरकारी स्कूलों के अध्यापकों जिओ टैगिग नहीं करनी आ रही है। जो भी इस अभियान को पूरा करने में एक समस्या है।
इसी समस्या के चलते विभाग की पौधगिरी वेबसाइट पर 40 प्रतिशत स्कूलों की ओर से ऑनलाइन डाटा अपलोड नहीं किया जा सका है। इस पर शिक्षा विभाग भी मौन बैठा है। बता दें कि इस अभियान के तहत शिक्षा विभाग की ओर से एक लाख 18 हजार पौधें लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अभी तक जिला के सभी स्कूलों में केवल 53 हजार पौधे ही लगाए जा सकें हैं।
एप्लीकेशन के अपडेट होने पर रिकार्ड नहीं हो रहा दर्ज :
पौधगिरी अभियान के नोडल अधिकारी विजेंद्र धारीवाल ने बताया कि हाल ही में पौधों की संख्या दर्ज करने वाली जिओ टैगिग की एप्लीकेशन अपडेट हुई है। जिसमें इस अभियान के तहत कई बार विद्यार्थियों का विवरण एप्लीकेशन में अपडेट नहीं हो पाता है। जिस कारण जिओ टैगिग करने में अध्यापकों को अधिक परेशानी होती है।
दिया जा प्रशिक्षण :
जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने बताया कि पौधगिरी अभियान के तहत पौधे लगाने के लिए स्कूलों को सख्त आदेश दिए गए हैं। निजी स्कूलों की ओर से इस अभियान में हिस्सा लेने की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि कोई स्कूल इसमें अनियमितता बरतता है। चाहे व सरकार और प्राइवेट, उस पर विभाग नियमों के तहत कार्रवाई करेगा। विभाग की ओर से पौधगिरी अभियान के तहत प्रशिक्षण देने के लिए जिला में दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। जो समय समय पर स्कूलों में जाकर प्रशिक्षण दे रहे हैं।