प्रिसिपल आरएल ढांडा विकास पुरुष हैं : हंसराज गंधार
गुहला-चीका अपने पूरे कार्यकाल में डीएवी कॉलेज चीका के प्राचार्य डा. रमेश लाल ढांडा ने लगभग साढ़े तेरह वर्ष तक डीएवी कालेज चीका में प्राचार्य के पद पर रहते हुए कालेज की व्यवस्था अनुशासन के नए आयाम स्थापित किए हैं
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : अपने पूरे कार्यकाल में डीएवी कॉलेज चीका के प्राचार्य डा. रमेश लाल ढांडा ने लगभग साढ़े तेरह वर्ष तक डीएवी कालेज चीका में प्राचार्य के पद पर रहते हुए कालेज की व्यवस्था, अनुशासन के नए आयाम स्थापित किए हैं, जिसके तहत कालेज ने नई बुलंदियों को छुआ है। उक्त शब्द डा. रमेश लाल ढांडा की सेवानिवृत्ति पर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित डीएवी कॉलेज मैनेजिग कमेटी नई दिल्ली के उप प्रधान हंसराज गंधार ने कहे। उन्होंने कहा कि ढांडा ने कालेज को शिक्षा, खेल, सांस्कृतिक तथा पाठ्यक्रम सहगामी गतिविधियों के क्षेत्र में एक नई पहचान देने का कार्य किया है। कालेज चीका में विज्ञान संकाय और एमकॉम की डिग्री का सफलतापूर्वक संचालन हुआ। कालेज में नवनिर्मित विज्ञान संकाय कालेज में लड़कियों के लिए छात्रावास और कालेज का नवनिर्मित मुख्य प्रवेश द्वार और नवनिर्मित यज्ञशाला डा.रमेश लाल ढांडा ने ही बनवाए।
उप प्रधान हंसराज गंधार ने बताया कि प्राचार्य की भूमिका में उन्होंने कॉलेज का ऊंचा उठाने के भरसक सभी प्रयास किए। विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों से सामंजस्य बनाए रखा। कॉलेज में अनुशासन कायम रखना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि में से एक है। अध्यापकों ने उनके किए कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूरा जीवन बच्चों का भविष्य बनाने में समर्पित किया। बच्चे उनके दिखाए मार्ग पर विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डा. जेएस नैन, डा. मेजर सिंह, डा. अशोक चौधरी, डा. ऋषिपाल बेदी, डा. हरि प्रकाश, डा. रणपाल सिंह, डा. सुषमा आर्य, डा. कामदेव झा, डा. राकेश संधू और डा. विवेक कोहली मौजूद थे। ---------