राखियों की डिलीवरी के लिए छुंट्टी के दिन भी खुले रहे पोस्ट ऑफिस
कोरोना की महामारी के बीच इस बार रक्षाबंधन का पर्व फीका न पड़े इसलिए राखियों की डिलीवरी के लिए सरकार के आदेशों के तहत छुट्टी के दिन भी डाकखाने खुले हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना की महामारी के बीच इस बार रक्षाबंधन का पर्व फीका न पड़े, इसलिए राखियों की डिलीवरी के लिए सरकार के आदेशों के तहत छुट्टी के दिन भी डाकखाने खुले हैं।
बता दें कि महामारी और अधिक दूरी के कारण बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए नहीं आ सकती है। इसके चलते डाकखानों के माध्यम से राखियां पार्सल करवाई गई हैं। इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा डाकघरों में अधिक राखियां पार्सल हुई है।
पिछले वर्ष रक्षाबंधन के पर्व के दौरान एक दिन में करीब 400 राखियां पार्सल की जाती थी, जिसका आंकड़ा इस बार बढ़ा है। इस बार एक दिन में पांच सौ से अधिक राखियां पार्सल हुई है। डाकघरों में पहुंचे पार्सल की डिलीवरी के लिए डाकघर के स्टाफ सदस्य रविवार को भी यहां पहुंचे। उन्होंने बहनों की ओर से भेजे गए पार्सल भाईयों तक पहुंचाए हैं।
डाकघर से राखियों के स्पीड पोस्ट बढ़े :
मुख्य डाकघर के पोस्ट मास्टर दलबीर सिंह ने बताया कि पिछली बार विदेशों में जाने वाली राखियों की स्पीड पोस्ट 15 से 20 राखी प्रतिदिन के हिसाब से जाती थी, लेकिन इस बार इसकी संख्या बढ़कर 30 से 35 राखी प्रतिदिन हो चुकी है। इसके अलावा देश में ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजे जाने वाली राखियों में भी इजाफा हुआ है। पहले जो राखी 300 से 350 प्रतिदिन थी। इस बार रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट बढ़कर 400 से 500 राखियां प्रतिदिन हुई हैं। रविवार को सभी डिलीवरी वाले डाकघर कार्यालय खुले रहे।