निरीक्षण के दौरान नहीं मिले बाक्सिंग के खिलाड़ी व कोच
जिला खेल विभाग की ओर से आरकेएसडी स्कूल में चल रही लड़कों की बॉक्सिंग खेल नर्सरी को बंद कर दिया गया है। जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने तीन बार खेल नर्सरी का निरीक्षण किया था।
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला खेल विभाग की ओर से आरकेएसडी स्कूल में चल रही लड़कों की बॉक्सिंग खेल नर्सरी को बंद कर दिया गया है। जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने तीन बार खेल नर्सरी का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान एक बार भी पूरे खिलाड़ी व कोच नहीं पाए गए। अधिकारी ने तुरंत प्रभाव से नर्सरी को बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। खेल अधिकारी ने पहले 15 नवंबर को सुबह साढ़े पांच बजे निरीक्षण किया था। खिलाड़ी मौके पर पाए गए थे, लेकिन प्रशिक्षक नहीं था। दूसरी बार पांच दिसंबर को शाम साढ़े छह बजे निरीक्षण किया गया। कोच मौजूद पाया गया, लेकिन कोई भी खिलाड़ी नहीं मिला। तीसरी बार दस दिसंबर को शाम छह बजे निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ना तो कोई खिलाड़ी पाया गया और ना ही कोच पाया गया। इसके अलावा खेल नर्सरी प्रशिक्षक की ओर से अक्टूबर माह की हाजिरी भी कार्यालय में नहीं भेजी गई थी। अधिकारी की ओर से जिले में चल रही खेल नर्सरियों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। जिले में विभिन्न खेलों की 34 खेल नर्सरियां शुरू हुई थी। इनमें से 11 बंद हो चुकी हैं और 23 अभी चल रही हैं।
अब 11 खेल नर्सरियां हो चुकी हैं बंद
जिला खेल विभाग की ओर से अब तक 11 खेल नर्सरियों को बंद कर दिया गया है। इन नर्सरियों में केवीएम पाई में लड़कियों की बास्केटबाल, राजकीय स्कूल सौंगल में लड़कियों की जूडो, आरकेएसडी स्कूल में लड़कियों की बास्केटबाल व लड़कों की बॉक्सिग, राजकीय स्कूल टयोंडा में लड़कों की फुटबाल, शेमरॉक स्कूल में लड़कों की बास्केटबाल, श्वेता रायल पब्लिक स्कूली में लड़कों की आर्चरी व लड़कियों की तैराकी, एमडीएन ग्लोबल स्कूल में लड़कों की लॉन टेनिस, किठाना पब्लिक स्कूल में लड़कों की कबड्डी, क्योड़क स्कूल में लड़कों की कुश्ती शामिल हैं।
एक खेल नर्सरी में 25 खिलाड़ी लेते हैं प्रशिक्षण
हर खेल नर्सरी में 25 खिलाड़ी प्रशिक्षण लेते हैं। उनके रहने व खाने का इंतजाम विभाग की ओर से किया जाता है। आठ से 14 साल के खिलाड़ियों को सरकार की ओर से 1500 रुपये हर महीने दिए जाते हैं। 15 से 19 आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये महीना दिया जाता है। खेल प्रशिक्षक को 20 से 25 हजार रुपये महीना दिया जाता है। एक खेल नर्सरी पर विभाग का करीब एक लाख रुपये महीने का खर्च होता है।
नर्सरियों की जांच जारी रहेगी
जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने बताया कि तीन बार निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षक व खिलाड़ी न पाए जाने पर आरकेएसडी स्कूल में चल रही बॉक्सिग खेल नर्सरी को बंद कर दिया गया है। नर्सरियों की चेकिग आगे भी जारी रहेगी और खिलाड़ी व कोच न पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।