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अवैध कनेक्शन से पानी की हो रही बर्बादी, विभाग उदासीन

जिले में लोगों के घरों में लगे पानी के अवैध कनेक्शन विभागीय आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों द्वारा जन स्वास्थ्य विभाग के आदेशों को दरकिनार कर पानी की खूब बर्बादी की जा रही है। अवैध कनेक्शन के खिलाफ विभाग की ओर से चलाया जा रहा जल बचाओ अभियान बेअसर दिखाई दे रहा है, वहीं अधिकारी भी अभी तक इस गंभीर मामले पर उदासीन दिखाई दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jun 2018 12:31 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jun 2018 12:31 AM (IST)
अवैध कनेक्शन से पानी की हो  रही बर्बादी, विभाग उदासीन
अवैध कनेक्शन से पानी की हो रही बर्बादी, विभाग उदासीन

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में लोगों के घरों में लगे पानी के अवैध कनेक्शन विभागीय आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों द्वारा जन स्वास्थ्य विभाग के आदेशों को दरकिनार कर पानी की खूब बर्बादी की जा रही है। अवैध कनेक्शन के खिलाफ विभाग की ओर से चलाया जा रहा जल बचाओ अभियान बेअसर दिखाई दे रहा है, वहीं अधिकारी भी अभी तक इस गंभीर मामले पर उदासीन दिखाई दे रहे हैं।

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जिस गति से जिले में जल स्तर लगातार गिर रहा है, उसके अनुसार पानी बर्बाद करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। कैथल का आधे से ज्यादा हिस्सा डार्क जोन में है। इसके बावजूद न तो लोगों का ध्यान भविष्य में पैदा होने वाले जल संकट की ओर जा रहा है और न ही अधिकारियों का। फिलहाल की बात करें तो इस समय जिले में केवल 40 प्रतिशत कनेक्शन ही वैध हैं। इनमें पानी का इस्तेमाल जरूरत के अनुसार किया जा रहा है। बाकि बचे 60 प्रतिशत अवैध कनेक्शनों पर लोग पशुओं को नहलाने और गाड़ियों को धोने तक का कार्य कर रहे हैं।

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2016 में हुआ था सर्वे :

जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से पानी के कनेक्शनों को वैध करने के उद्देश्य से 2016 में सर्वे करवाया गया था। उस समय जिले में भारी संख्या में ऐसे कनेक्शन मिले, जहां न तो पानी का बिल भरा जा रहा था और न लोग पानी की बचत के लिए प्रयास कर रहे थे। सर्वे के तुरंत बाद अभियान चलाकर अकेले कैथल शहर में करीब तीन हजार कनेक्शन वैध किए गए।

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अब 15 जुलाई से शुरू होगा सर्वे :

इस बार विभाग की ओर से सर्वे 15 जुलाई से शुरू किया जाएगा। वैध न करवाने की सूरत में लोगों के पानी के कनेक्शन काटे भी जा सकते हैं। हालांकि गांव में विभाग की ओर से यह अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अभी तक दर्जनों गांवों में अवैध कनेक्शनों को वैध किया जा चुका है।

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2011 की जनगणना के अनुसार कैथल शहर व कस्बों में कुल घर व मंजूर कनेक्शन :

ब्लॉक का नाम कुल घर मंजूर कनेक्शन

पूंडरी 3778 3096

चीका 7613 6430

कैथल 28545 21891

कलायत 3583 3557

वर्जन :

जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से जुलाई महीने के मध्य में पानी की बर्बादी रोकने के लिए सर्वे करवाया जाएगा। अवैध कनेक्शनों को वैध न करवाने वाले लोगों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

- प्रदीप कुमार, एसडीओ जन स्वास्थ्य विभाग।


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