नकदी की कमी से टूटने लगा लोगों का सब्र
जागरण संवाददाता, कैथल: एक तो बैंकों में नकदी की कमी और दूसरा लोगों का टूटता हौसला। ल
जागरण संवाददाता, कैथल: एक तो बैंकों में नकदी की कमी और दूसरा लोगों का टूटता हौसला। लाइनों में लगे लोग अब धीरे-धीरे धैर्य खोने लगे हैं। बैंक कर्मचारियों की ओर से भी पूरी एहतियात बरती जा रही है, लेकिन नकदी न हो तो कोई क्या करे। उस पर अब बुजुर्गों के खातों में पेंशन भी आ गई है। रुटीन में पैसे निकलवाने और एक्सचेंज करने वालों की भीड़ बहुत थी, अब बुजुर्ग भी इसका हिस्सा बन गए हैं।
बैंकों के बाहर बुढ़ापा परेशान है, दिव्यांग जूझ रहे है। शुक्रवार को नगर परिषद के चेयरमैन यशपाल प्रजापति और भाजपा के वरिष्ठ नेता राव सुरेंद्र ¨सह ने कई पार्षदों के साथ शहर के कई बैंकों का दौरा किया।
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बुजुर्ग महिलाओं को अंदर भेजा
तकरीबन सभी बैंकों में पेंशन के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं। अंबाला रोड स्थित पीएनबी में सबसे ज्यादा भीड़ मिली। यहां दिव्यांग महिला सहित बुजुर्ग महिलाएं बाहर ही खड़े थे। कुछ थककर दीवार के साथ लगकर बैठी थीं तो कुछ कैंचीगेट से अंदर घुसने की जद्दोजहद में थी। जैसे ही राव सुरेंद्र और यशपाल प्रजापति बैंक पहुंचे तो लोगों ने उम्मीद भरी निगाहों से उन्हें देखा। उन्होंने बैंक मैनेजर मुकेश गोयल से बातचीत की और बुजुर्ग महिलाओं में बाहर लाइन में लगाने की बजाय अंदर बिठाने की बात कही। इसके बाद सभी वृद्धाओं को अंदर बिठा दिया गया।
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सीबीआई का मेन गेट बंद मिला
यहां से यह काफिला सीवन गेट स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पहुंचा। यहां मेन गेट को बंद किया गया था, जिसे खुलवाने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अंदर घुसे तो वहां भी लंबी लाइन। साथ ही भीड़ में दिव्यांग विनोद पेंशन के लिए हाथों के बल इधर से उधर चक्कर काट रहा था। जिस काउंटर पर पेंशन दी जानी थी, वहां कोई था ही नहीं। जैसे ही यह चेयरमैन और राव सुरेंद्र बैंक पहुंचे, वहां कर्मचारी भी आ गया और हाथों-हाथ विनोद को पेंशन भी दिलवाई। हांफ रहे दिव्यांग को उन्होंने पानी भी पिलाया।
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मां को लाइन में देख चौंके चेयरमैन
सेंट्रल बैंक में बुजुर्गों को खुद खड़े होकर नेताओं ने अंदर दाखिल कराया। इसके बाद जैसे ही वे बाहर के लिए मुड़े तो लाइन में नगर परिषद के चेयरमैन यशपाल प्रजापति की मां भी लगी मिली। उन्हें देखकर चेयरमैन तो चौंके ही, साथ आए लोग भी हैरान हुए। बता दें कि मां को लाइन में लगा छोड़कर चेयरमैन वहां से चले गए और इसके बाद उन्होंने बैंक आफ इंडिया का मुआयना किया।
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बड़ा रिस्क उठा रहे बैंकर
एक बैंक के मैनेजर ने इन नेताओं को बताया कि उन्हें बड़े रिस्क में काम करना पड़ रहा है। कई बार तो बिना सिक्योरिटी गार्ड के ही नकदी लेने दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। इस पर राव सुरेंद्र ¨सह ने कहा कि भविष्य में इस काम के लिए वे अपना निजी सुरक्षा कर्मी उनके साथ भेजेंगे।
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सीढि़यों से गिरकर घायल हुए राजेंद्र
पीएनबी में पैसे लेने के लिए पहुंचे राजेंद्र भीड़ के चलते सीढि़यों से गिरकर चोटिल हो गए। उन्होंने सुरक्षा कर्मी की मदद से अंदर सोफे पर बिठाया गया। बैंक कर्मियों ने उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पैसे दिए।