काला पीलिया का इलाज नहीं मिलने पर भड़के मरीज
जिला नागरिक अस्पताल में काला पीलिया (हेपेटाइटस-सी) की जांच व इलाज नहीं मिलने से खफा मरीजों का बुधवार को गुस्सा फूट पड़ा। नाराज मरीजों ने अस्पताल प्रशासन व सिविल सर्जन के खिलाफ नारेबाजी कर मुख्य गेट को बंद कर दिया
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिला नागरिक अस्पताल में काला पीलिया (हेपेटाइटस-सी) की जांच व इलाज नहीं मिलने से खफा मरीजों का बुधवार को गुस्सा फूट पड़ा। नाराज मरीजों ने अस्पताल प्रशासन व सिविल सर्जन के खिलाफ नारेबाजी कर मुख्य गेट को बंद कर दिया।
इस कारण वाहनों में सवार होकर अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। करीब 20 से 25 मिनट तक मरीज अस्पताल के बाहर ही खड़े रहे। बाद में सूचना मिलने के बाद सिक्योरिटी इंचार्ज मौके पर पहुंचे और मरीजों को शांत करते हुए वापस ओपीडी में भेजा।
मरीजों के हंगामे के बाद दोपहर एक बजे डाक्टर ओपीडी में आया, जिसके बाद मरीजों ने राहत की सांस ली। इसे लेकर मरीजों ने डीसी धर्मवीर ¨सह को भी फोन कर शिकायत दर्ज करवाई। मरीजों ने कहा कि पिछले दस दिनों से ओपीडी में डाक्टर नहीं होने के कारण न तो इलाज मिल रहा है और न ही जांच हो रही है। मरीज सुबह से लेकर दोपहर तक इंतजार कर वापस लौटने को मजबूर हो रहे हैं।
बाक्स-जिलेभर में करीब दस हजार मरीज
काला पीलिया के जिले में करीब दस हजार मरीज हैं। इनमें से तीन हजार के करीब मरीजों का आंकड़ा विभाग के पास हैं। सबसे ज्यादा केस राजौंद क्षेत्र में हैं। यहां कोई ऐसा गांव नहीं जहां काला पीलिया के मरीज न हो। कई घर में तो एक नहीं बल्कि परिवार के सभी सदस्य काला पीलिया से ग्रस्त हैं। सिविल अस्पताल में रोजाना इस बीमारी के मरीजों की जांच व इलाज के लिए भीड़ लगी रहती है। सुबह सात बजे ही लोग ओपीडी में पहुंचना शुरू हो जाते हैं। तीन बजे तक लाइनों में लगे हुए नजर आते हैं। मरीजों ने कहा कि काला पीलिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है। मरीज घंटों लाइनों में लगे रहते हैं, लेकिन चिकित्सक व स्टाफ ओपीडी में नजर नहीं आता।
बाक्स- दो चिकित्सक कर रहे तीन
तीन मरीजों की जांच
काला पीलिया की जांच व इलाज को लेकर तीन दिनों के लिए दो चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई हुई है। फिजिशियन राजीव मित्तल व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल अग्रवाल को नियुक्त किया गया है।
बाक्स-
सुबह आठ बजे घर से आई
थी, नहीं मिले चिकित्सक
फ्रांसवाला गांव की पुष्पा ने बताया कि काला पीलिया को लेकर रोजाना ओपीडी के बाहर बैठकर चले जाते हैं, लेकिन यहां न तो जांच हो रही है और न ही इलाज। बुधवार सुबह बरसात में आठ बजे छोटे बच्चे के साथ घर से आई थी। घंटों लाइन में लगने के बाद भी इलाज नहीं मिला। पिछले दस दिनों से यह दिक्कत आ रही है।
बाक्स- एक बजे तक नहीं मिले चिकित्सक
राजौंद निवासी बल¨वद्र शर्मा ने बताया कि जल्दी नंबर आने के चक्कर में सुबह सात बजे गांव से अस्पताल आ गया था। यहां उससे पहले भी दो-तीन मरीज बैठे हुए थे। एक बजे तक भी चिकित्सक नहीं आया। बीमारी के कारण दिक्कत बढ़ रही है। मरीजों की यहां कोई सुनवाई नहीं होती।
बाक्स: डाक्टर व स्टाफ को ओपीडी में भेज दिया था
सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है। जानकारी मिलते ही चिकित्सक व स्टाफ को ओपीडी में भेज दिया था। मरीजों की नियमित रूप से जांच कर दवाई शुरू की जा रही है।