कोविड अस्पतालों में 50 मरीजों पर मात्र दो डाक्टर
कैथल जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। संक्रमितों का आंक
जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। संक्रमितों का आंकड़ा 2200 के पार पहुंच गया है, वहीं 33 लोग अब तक जिदगी गवां चुके हैं। इसके बावजूद कोरोना को लेकर लोग गंभीर नजर नहीं आ रहे। वहीं जिला प्रशासन के पास भी संसाधनों की भारी कमी है। जिले में कैथल शहर और सिविल अस्पताल गुहला को कोविड अस्पताल बनाया गया है। सिविल अस्पताल कैथल की बात करें तो यहां 71 बेड हैं और यहां 50 के करीब कोरोना मरीज दाखिल हैं। इन मरीजों की देखरेख को लेकर मात्र दो चिकित्सक, नौ स्टाफ नर्स और आठ अटेंडेंट ही हैं, जो मरीजों की संख्या को देखते हुए बहुत कम हैं। हालांकि विभाग की तरफ से चार चिकित्सक और अन्य स्टाफ की संख्या को बढ़ाने के लिए डिमांड भेजी गई है, लेकिन यह कब पूरी होगी इसका इंतजार विभाग के अधिकारियों को है। बाक्स-
आइसीयू वार्ड में पांच वेंटिलेटर, तीन कोविड एंबुलेंस
सिविल अस्पताल में कोरोना महामारी को लेकर आइसीयू वार्ड बनाया गया है। यहां पांच वेंटिलेटर हैं। वेंटिलेटर की जरूरत पड़ने पर इसे लगाने के लिए चिकित्सकों और स्टाफ को ट्रेनिग दी गई है। एक बेहोशी का डाक्टर भी हिसार से डेपुटेशन पर यहां लाया गया है। तीन एंबुलेंस कोविड-19 के लिए लगाई गई हैं। गुहला सिविल अस्पताल की बात करें तो यहां 70 बेड कोरोना महामारी के लगाए गए हैं और स्टाफ 10 का है। इनमें दो चिकित्सक, चार स्टाफ नर्स और चार हेल्पर कार्यरत हैं। इसके अलावा जिले में 34 कोरोना केयर सेंटर बनाए गए हैं। 400 के करीब पॉजिटिव मरीजों को होम क्वारंटाइन किया गया है। बाक्स-
दो प्राइवेट अस्पतालों में 56 कोरोना बेड
सिविल अस्पताल के साथ-साथ विभाग की तरफ से 34 कोरोना केयर सेंटर बनाए गए हैं। जहां मरीजों को रखा गया है। इसके अलावा शाह अस्पताल में 44 और सिग्नस अस्पताल में 12 कोरोना बेड और वेंटिलेटर के लिए अलग से आइसीयू वार्ड बनाया गया है। सिविल अस्पताल में पहले 100 बेड थे। यहां 29 बेडों को कम करते हुए 71 बेड इस समय लगाए गए हैं। पहले अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर भी कोरोना वार्ड था, जो इस माह से वहां कोरोना बेड हटाकर ऑपरेशन थियेटर शुरू किया गया है। सिविल अस्पताल के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में भी चिकित्सक, स्टाफ और संसाधनों की कमी खल रही है। प्रर्याप्त संसाधन न होने के कारण मरीजों की जांच और उन्हें आइसोलेट करने में दिक्कत आ रही है। वर्जन
कोरोना महामारी को लेकर विभाग पूरी तरह सतर्क है। चिकित्सकों और स्टाफ की कमी को देखते हुए डिमांड भेजी गई है। तीन कोविड एंबुलेंस और एक शव ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध है। इनकी संख्या बढ़ाने के लिए उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार निजी संस्थान से संपर्क किया जा रहा है। एएलएस एंबुलेंस के लिए 15 रुपये प्रति किलोमीटर और वीएलएस एंबुलेंस के लिए सात रुपये प्रति किलोमीटर देकर प्रयोग में लाया जाएगा। वहीं आइसोलेट मरीजों की देखरेख को लेकर एक टीम गठित की है। जिले में 34 कोरोना केयर सेंटर बनाए गए हैं।
-डा. जयभगवान जाटान, सिविल सर्जन।