महर्षि संस्कृत विवि में दाखिले के लिए अंतिम दिए आए सात सौ आवेदन
प्रदेश के पहले महर्षि संस्कृत विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तिथि के दिन 100 से अधिक आवेदन आए।
जागरण संवाददाता, कैथल : प्रदेश के पहले महर्षि संस्कृत विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तिथि के दिन 100 से अधिक आवेदन आए। बता दें कि विवि प्रशासन की ओर से पहले 31 जुलाई तक दाखिले की अंतिम तिथि रखी गई थी, लेकिन उस समय अधिक आवेदन नहीं आए थे। इसके बाद आवेदन की तिथि को 31 अगस्त तक बढ़ाया गया था। संस्कृत विवि में महज सात सौ आवेदन ही आए हैं। कोरोना संकट को देखते हुए इस सत्र के लिए विवि प्रशासन की ओर से ऑनलाइन माध्यम से दाखिले के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं।
2019 में हुई थी पहले सत्र की शुरूआत :
संस्कृत विवि में जुलाई 2019 से पहले सत्र की शुरूआत की गई थी। वर्तमान में यहां नियमित पाठ्यक्रम के तहत शास्त्री (बीए) वेद, धर्मशास्त्र, व्याकरणम, ज्योतिष, साहित्य, दर्शन, पुराणोतिहास, अंग्रेजी, हिदी विषय की पढ़ाई कराई जा रही है। इसके अलावा आचार्य (एमए) वेद, धर्मशास्त्र, व्याकरण, ज्योतिष, साहित्य, दर्शन विषयों की पढ़ाई शुरू कराई थी।
इस सत्र से पीजी स्तर पर आचार्य की उपाधि के लिए संस्कृत पत्रकारिता, योग, पुराणेतिहास कोर्सेस शुरू करवाएं जाएंगे। इसके अलावा वेब डिजाइनिग इन संस्कृत, संगणक, आयुर्वेद, जीवन प्रबंधनम की पढ़ाई शुरू कराई जाएगी।
डिप्लोमा के यह हैं कोर्स :
विवि की ओर से नए शिक्षा सत्र से वेब डिजाइनिग इन संस्कृत, जीवन प्रबंधनम, संगणक, पर्यावरण, वैदिक गणित, आयुर्वेद, लिपि प्रबंधनम जैसे नए डिप्लोमा कोर्स भी शुरू कराए गए हैं। इससे पहले यहां पर संस्कृत पत्रकारिता, योग, कर्मकांड (पौरोहित्य), वेद, भाषा शिक्षणम के डिप्लोमा कोर्स शुरू कराए गए हैं।
तिथि बढ़ाने के लिए लिया जाएगा निर्णय
कुलपति डा. श्रेयांश द्विवेदी ने बताया कि विवि में दाखिले की ऑनलाइन प्रक्रिया चल रही है। 31 अगस्त को दाखिले की अंतिम तिथि थी, लेकिन कम आए आवेदनों को देखते हुए मंगलवार को तिथि बढ़ाने पर फैसला लिया जाएगा। संस्कृत विषयों की पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थियों की ओर से अब तक करीब सात सौ आवेदन आ चुके हैं।