निर्वाचन आयोग की सूची में आया 120 वर्ष का मतदाता
विश्व में आयु की दृष्टि से नागरिकों के दर्ज रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए भारत निर्वाचन आयोग के कर्मियों ने जिला कैथल में आश्चर्यचकित करने वाला कारनामा दिखाया है। आयोग की मतदाता सूची में 120 वर्ष का मतदाता सामने आया है।
संवाद सहयोगी, कलायत :
विश्व में आयु की दृष्टि से नागरिकों के दर्ज रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए भारत निर्वाचन आयोग के कर्मियों ने जिला कैथल में आश्चर्यचकित करने वाला कारनामा दिखाया है। आयोग की मतदाता सूची में 120 वर्ष का मतदाता सामने आया है। कलायत निवासी जिस मतदाता सुभाष चंद की जन्म तिथि वोट कार्ड पर एक जनवरी 1900 दर्शाई है वह खुद की आयु इतनी लंबी देखकर हैरान है। इस स्थिति का खुलासा स्थानीय खट्टर मोहल्ला निवासी सुभाष चंद को उस समय हुआ जब उसने बुजुर्ग पेंशन आवेदन के लिए हरियाणा नंबरदार एसोसिएशन संजय सिगला ने संपर्क साधा। आयु से जुड़े दस्तावेजों को सिगला ने खंगाला तो वे भी हैरान रह गए। जो व्यक्ति उनके सामने सिर पर टोपी, पेंट, कमीज और हरे रंग की जाकेट पहने खड़ा था वह 120 वर्ष का उम्र दराज मतदाता नहीं है। वास्तविक पहलुओं को जानने के लिए नंबरदार ने तथ्यों की जानकारी का क्रम बढ़ाया। बुजुर्ग ने बताया कि उसकी आयु 60 वर्ष है और वह सरकार की पेंशन योजना का लाभ लेना चाहता है। उन्हें नहीं मालूम कि किस आधार पर उसकी आयु में आयोग ने रातों-रात दो गुणा वृद्धि कर दी। यदि उसकी आयु 120 वर्ष है तो उसे वर्षो पहले पेंशन योजना का लाभ क्यों नहीं दिया गया। वोट बनाते समय मतदाता के नाम, आयु, स्थान और दूसरे आवश्यक जानकारी आवेदन में भरी जाती हैं। मतदाता सूची को अनियमितताओं से दूर रखने के लिए बकायदा कई स्तरों पर अधिकारी आवेदन का अवलोकन करते हैं। उपरांत महत्वपूर्ण प्रक्रिया से गुजरते हुए नागरिक को मतदाता सूची में शामिल किया जाता है। साथ ही सरकार द्वारा पहचान के लिए मतदाता कार्ड जारी करने के आदेश हैं। बावजूद इसके आखिरकार किन कारणों के चलते सुभाष चंद की आयु में बड़े पैमाने की त्रुटि पैदा हुई। यह जांच का विषय है।
मामला संज्ञान में आया है
चुनाव तहसीलदार शमशेर चहल ने बताया कि समाचार पत्र के माध्यम से यह मामला उनके संज्ञान में आया है। किन कारणों के चलते मतदाता सुभाष चंद की आयु में त्रुटि हुई इसकी जांच करवाई जाएगी। मतदाता सूची से जुड़े विषयों को लेकर प्रशासन सजग है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही फार्म नंबर आठ के माध्यम से मतदाता की समस्या का निराकरण किया जाएगा।