स्वार्थी व लूटेरों के लिए नहीं इनेलो में कोई जगह : चौटाला
जागरण संवाददाता, कैथल : जेल से 21 दिन के लिए पेरोल लेकर बाहर आए इनेलो जेल से 21 दिन के लिए पेरोल लेकर बाहर आए इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला मंगलवार को कैथल पहुंचे। खुरानिया पैलेस में कार्यकर्ताओं की बैठक ली। अपने पोते सांसद दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय ¨सह चौटाला का नाम लिए बिना बोले की गद्दारों के लिए इस पार्टी में कोई जगह नहीं है। अपने स्वार्थ के लिए पार्टी को जो छोड़कर गए हैं उनकी पहचान कर लो।
जागरण संवाददाता, कैथल :
जेल से 21 दिन के लिए पेरोल लेकर बाहर आए इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला मंगलवार को कैथल पहुंचे। खुरानिया पैलेस में कार्यकर्ताओं की बैठक ली। अपने पोते सांसद दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय ¨सह चौटाला का नाम लिए बिना बोले की गद्दारों के लिए इस पार्टी में कोई जगह नहीं है। अपने स्वार्थ के लिए पार्टी को जो छोड़कर गए हैं उनकी पहचान कर लो। ऐसे लोगों को दोबारा पार्टी में शामिल करने के लिए सिफारिश नहीं करनी है।
उन्होंने कहा कि इनेलो ही मेरा परिवार है। पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. देवीलाल के लगाए इस पौधे को सींचने का काम किया। पौधा फल तो दे रहा है, लेकिन कुछ लूटेरे इसे खा रहे हैं, इसके लिए वे अपने आप को ही दोषी मानते हैं, परवरिश तो की, लेकिन रखवाली ठीक से नहीं कर पाए।
पहले भी 1977 व 1989 में इस तरह से हालात बन चुके हैं। इसलिए कार्यकर्ता ऐसे स्थिति से दुखी न होकर पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करें, जो लोग नाराज हैं उन्हें मनाएं और दूसरे दलों के नाराज कार्यकर्ताओं से भी संपर्क कर संगठन को मजबूत करने का काम करें।
मैं कैदी हूं, मुश्किल से छुट्टी मिलती है
चौटाला ने अपना भाषण शुरू करते ही कहा कि वे देरी से कार्यकर्ताओं के बीच में आए हैं। इसका कारण यह है कि वे कैदी है और मुश्किल से छुट्टी मिल पाती है। कई बार तो मिली हुई छुट्टी भी रद करवा दी जाती है। लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, इसलिए कार्यकर्ता एकजुटता दिखाते हुए पार्टी को मजबूत करने का काम करें। जब यह सुन पंडाल में बैठे कार्यकर्ता नारे लगाने लगे तो चौटाला ने कहा कि नारे न लगाओ, अगर नारे लगाने से काम चलता तो वे अकेले ही लगा लेते। सभी को यहां से जाने के बाद घरेलू या अन्य कामकाज होगा, लेकिन वे तो जेल में खाली ही बैठे रहते हैं, इसलिए पूरा दिन नारे लगा सकते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव अप्रैल या मई माह में हो सकते हैं, वे चुनाव से पहले लोगों के बीच में आएंगे, इसके लिए चाहे जेल भी क्यों ने तोड़कर आनी पड़े।
सरकार आने पर योग्य युवाओं को देंगे रोजगार :
ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि इनेलो की सरकार आने पर युवाओं को योग्यता के आधार पर रोजगार दिया जाएगा। यह सिफारिश नहीं चलेगी कि इस कार्यकर्ता न हमें वोट दिया है, जो योग्य होगा उसे रोजगार मिलेगा, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति से संबंध रखता हो। बुढ़ापा पेंशन तीन हजार रुपये दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2013 में कांग्रेस सरकार ने उसे जेल भिजवाने का काम किया, लेकिन वे इससे घबराने वाले नहीं हैं। सत्ता में आने पर फिर से युवाओं को रोजगार दिया जाएगा, चाहे इसके लिए फांसी भी क्यों न हो जाए, वे पीछे नहीं हटेंगे। कांग्रेस सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार से परेशान देश व प्रदेश की जनता ने सत्ता परिवर्तन करते हुए भाजपा की सरकार बनाई थी, लेकिन भाजपा ने घोषित चुनावी घोषणा पत्र को लागू न करते हुए मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी, किसान वर्ग को परेशान करने का काम किया। आज हर वर्ग भाजपा की नीतियों से दुखी है। आने वाला समय इनेलो का है।
कार्यक्रम में कैलाश व पारस नहीं आए नजर
तीन बार लगातार इनेलो की सीट पर चुनाव लड़ चुके कैलाश भगत व पार्टी की प्रदेश टीम में शामिल पारस मित्तल इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। इनके कार्यक्रम में न पहुंचने को लेकर कार्यक्रम में चर्चा रही।
ये रहे मौजूद
प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, जिलाध्यक्ष पंडित कंवरपाल करोड़ा, सुरेंद्र मदान, बूटा ¨सह, डॉ. संतोष दहिया ने जनसभा को संबोधित किया। इस मौके पर संजीव छौत, एडवोकेट शशी वालिया, रामदिया चावरिया, कृष्ण बंसल, रामचंद्र करोड़ा, जसवंत ¨सह, ओमप्रकाश कैरा, रामप्रकाश गोगी, रणबीर ढुल फौजी, धर्मवीर कैमिस्ट, मियां ¨सह जाजनपुर, राममेहर खुराना, प्रदीप ¨सहमार, रमेश चहल, राजा राम माजरा, मा. बलबीर मटौर, बलदेव ¨सह मौजूद थे।