हिसार लोस और कलायत विस चुनाव को लेकर नहीं हुई कोई सौदेबाजी : जयप्रकाश
जागरण संवाददाता, कैथल : कलायत से आजाद विधायक एवं पूर्व सांसद जयप्रकाश ने अभय चौटाला के उस बयान की ¨नदा की जो उन्होंने चार दिन पहले चंडीगढ़ में दिया था।
जागरण संवाददाता, कैथल : कलायत से आजाद विधायक एवं पूर्व सांसद जयप्रकाश ने अभय चौटाला के उस बयान की ¨नदा की जो उन्होंने चार दिन पहले चंडीगढ़ में दिया था। उन्होंने कहा कि हिसार लोकसभा चुनाव में सांसद दुष्यंत चौटाला की मदद के लिए अजय चौटाला के साथ कलायत विस चुनाव को लेकर सौदेबाजी का आरोप पूरी तरह से झूठे व बेबुनियाद हैं। अगर कोई सच्चाई है तो चौटाला सबूत पेश करे, कोई रिकार्डिग हो तो दिखाए। जब ये चुनाव हुए तो अजय चौटाला जेल में थे। अभय चौटाला ऐसे बयान देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए। ऐसा नहीं किया तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
जेपी शनिवार को हुडा सेक्टर 18 स्थित अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सांसद दुष्यंत चौटाला व पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने तो 2014 के विस चुनाव में कलायत की अनाज मंडी में रामपाल माजरा के समर्थन में रैली कर उसके खिलाफ प्रचार किया था। यहां तक की उनके खिलाफ अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया गया था, फिर भी वे जनता के आशीर्वाद से चुनाव जीते। रामपाल घमंड के चलते हारे थे चुनाव
रामपाल माजरा अपने घमंड के चलते चुनाव हारे हैं। जब कलायत विस क्षेत्र से रामपाल विधायक थे तो कांग्रेस से पूरी तरह से मिलीभगत थी। इस कारण हलके की तरफ ध्यान ही नहीं दिया। कांग्रेस से मिलकर अपने चहेतों को रोजगार पर लगवाया। अभय चौटाला उसकी छवि को जनता के बीच खराब करना चाहते हैं, लेकिन अब जनता उन्हें पूरी तरह से नकार चुकी है। जींद उपचुननाव इसका उदाहरण है। किसी पार्टी ने टिकट दिया तो लड़ेंगे लोकसभाचुनाव
जयप्रकाश ने कहा कि वे कलायत क्षेत्र किसी भी हाल में नहीं छोड़ेंगे। जिसने भी अपना क्षेत्र छोड़ा वह दोबारा कभी राजनीति में नहीं उभर पाया है। इसलिए वे विस चुनाव तो कलायत से ही लड़ेंगे। अगर किसी पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा तो वे सोनीपत या कुरुक्षेत्र सीट से चुनाव लड़ने पर विचार कर सकते हैं। पहले भी उन्होंने लोस व विस चुनाव प्रदेश की कई सीटों पर लड़े हैं। जींद उपचुनाव के बारे में कांग्रेस हाईकमान को कर दिया था स्थिति से अवगत
जेपी ने कहा कि जींद चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्हें चुनाव लड़वाने के लिए कहा गया था। उनके बेटे का भी नाम आया था, लेकिन उन्होंने इसलिए मना कर दिया कि वे कलायत को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेस की हार को लेकर कहा कि इस बारे में उन्होंने पहले ही हाईकमान को स्थिति से अवगत करवाया दिया था। सुरजेवाला के भितरघात के आरोप पर कहा कि उन्होंने कभी इस तरह की राजनीति नहीं की है। उन्होंने जींद उपचुनाव में कांग्रेस का नहीं सुरजेवाला के पक्ष में प्रचार किया था। अब भितरघात के आरोप वे किस पर लगा रहे हैं वे इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते।