दो महीने से बंद है शहर में रात की सफाई का कार्य, टेंडर नहीं लगा रहे अधिकारी
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जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की तरफ से हर साल शहर में रात को सफाई करने के लिए ठेका दिया जाता है। करीब दो महीने पहले ठेका रद कर दिया गया था। नप ने अभी तक दोबारा टेंडर नहीं लगाया है। ठेका रद होने से 65 सफाई कर्मचारी बेरोजगार हो चुके हैं। बता दें कि रात की सफाई के टेंडर को लेकर नगर परिषद के सफाई कर्मचारी दो यूनियनों में बंट गए थे। विरोध ज्यादा होने पर टेंडर रद कर दिया गया था। नया टेंडर लगवाने को लेकर सफाई कर्मचारियों की दोनों यूनियनें प्रदर्शन कर चुकी हैं। रात की सफाई के टेंडर पर महीने में करीब छह लाख रुपये खर्च होते थे। शहर के जिस एरिया में डोर टू डोर कचरा उठान के वाहन नहीं जाते थे, उन स्थानों पर रात के समय सफाई करवाई जाती थी। कर्मचारी रात को आठ बजे से 11 बजे तक सफाई करते थे। कर्मचारी छात्रावास रोड, खुराना रोड, नरवानियां बिल्डिग, ढांड रोड, अंबाला रोड, करनाल रोड बाइपास, मुख्य बाजार, रेलवे गेट, पुराना बस स्टैंड के एरिया में साफ-सफाई करते थे। अब यह कार्य नहीं किया जा रहा है। सफाई ना होने के कारण बाजार के दुकानदारों को परेशानी हो रही है।
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नगर पालिका सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य महासचिव शिवचरण ने बताया कि रात की सफाई का टेंडर दोबारा लगाने के लिए कई बार अधिकारियों को बोल चुके हैं। जल्द ही इस बारे में जिला पालिका आयुक्त से मिला जाएगा। अगर ठेका दे दिया जाए तो दो महीने से बेरोजगार हो चुके कर्मचारियों को रोजगार मिल जाएगा।