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शुद्ध वायु में सांस लेने के लिए पर्यावरण को बचाना जरूरी

अखिल भारतीय मानव सेवा समिति की ओर से गीता हाई स्कूल पट्टी अफगान में सेमिनार हुआ। इसमें पर्यावरण बचाओ, देश बचाओ शीर्षक रखा गया। समिति के प्रधान जो¨गद्र ने सेमिनार का शुभारंभ किया। पर्यावरण के बढ़ रहे खतरे को लेकर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 06:51 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 10:36 PM (IST)
शुद्ध वायु में सांस लेने के लिए पर्यावरण को बचाना जरूरी
शुद्ध वायु में सांस लेने के लिए पर्यावरण को बचाना जरूरी

जागरण संवाददाता, कैथल : अखिल भारतीय मानव सेवा समिति की ओर से गीता हाई स्कूल पट्टी अफगान में सेमिनार हुआ। इसमें पर्यावरण बचाओ, देश बचाओ शीर्षक रखा गया। समिति के प्रधान जो¨गद्र ने सेमिनार का शुभारंभ किया। पर्यावरण के बढ़ रहे खतरे को लेकर चर्चा की गई।

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उन्होंने बताया कि वाहनों से निकलने वाला धुंआ 70 प्रतिशत तक प्रदूषण फैलाता है। कारखानों से निकलने वाली गंदगी से नदियों का पानी भी दूषित हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 20 करोड़ लोग शुद्ध पेयजल से वंचित हैं। पूरे विश्व में केवल आठ प्रतिशत आबादी ही शुद्ध वायु में सांस ले रही है। लोगों की आदतें व सरकार की गलत नीतियां इसके लिए जिम्मेदार हैं। राजनीतिक पार्टियों की बड़ी रैलियों में हजारों वाहन जाते हैं। उनसे भी वातावरण प्रदूषित होता है।

डॉ. बीरबल दलाल व डॉ. राजकला ने कहा कि सीवरेज वाटर संशोधन व वाहनों के लिए सोलर सिस्टम पर कार्य करने की जरूरत है। हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए ताकि वातावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। स्कूल में पर्यावरण पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें स्कूल के छात्रों ने भाग लिया। विजेता रहे बच्चों को सम्मानित किया गया। स्कूल की छात्रा सुहाना प्रथम व अमन, वरुण दूसरे स्थान पर रहे। इस मौके पर डॉ. संजीव, बीरभान, शीशपाल, अशोक, प्रवीन, महेंद्र, रामस्वरूप मौजूद थे।


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