शहर में मिली गंदगी तो नगरपरिषद अधिकारियों की होगी जवाबदेही
शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पालिका आयुक्त कुलधीर सिंह ने बड़ा कदम उठाया है।
जागरण संवाददाता, कैथल: शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पालिका आयुक्त कुलधीर सिंह ने बड़ा कदम उठाया है। आयुक्त ने शहर में गंदगी पाए जाने पर नप अधिकारियों की जवाबदेही तय कर दी है। नप ईओ अशोक कुमार, एक्सईएन हिमांशु लाटका और लेखा अधिकारी राजेंद्र मलिक को सुबह के समय सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करना होगा। एक अधिकारी दो दिन सुबह सात से नौ बजे तक निरीक्षण करेगा। निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट पालिका आयुक्त को देनी होगी। अगर निरीक्षण नहीं किया या सफाई व्यवस्था में कोई खामी पाई गई तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई होगी। अधिकारियों को शहर में बने हर कचरा प्वाइंट पर जाना होगा। कचरे का उठान हो रहा है या नहीं इसकी रिपोर्ट तैयार करनी होगी। डोर टू डोर कचरा उठान का नया ठेका न शुरू होने के कारण कचरा उठान में परेशानी हो रही है। फिलहाल नप सफाई कर्मचारियों को ही कचरे का उठान करना होता है। नया ठेका शुरू होने के बाद कचरा प्वाइंट से कचरा उठान का कार्य एजेंसी को ही करना होगा। डोर टू डोर कचरा उठान पर साल में तीन करोड़ 24 लाख रुपये खर्च होने हैं। इस टेंडर की तकनीकी बिड खुल चुकी है और फाइनेंसल बिड खुलने का इंतजार किया जा रहा है। इससे पहले यह टेंडर एक करोड़ 80 लाख रुपये में दिया जाता था।
वर्जन : अधिकारी शहर का निरीक्षण कर देगा रिपोर्ट
शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए नप अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। सप्ताह में दो दिन एक अधिकारी शहर का निरीक्षण करेगा और रिपोर्ट देगा। अगर कोई खामी पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। शहर में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए ही यह व्यवस्था की गई है।
- कुलधीर सिंह, जिला पालिका आयुक्त।
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