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नप चेयरपर्सन बोलीं, पार्षद धरना समाप्त कर शहर के विकास में करें सहयोग

सिटी और बैंक स्क्वेयर मामले में केस दर्ज होने के बाद नगर परिषद की चेयरपर्सन सीमा कश्यप पहली बार खुलकर सामने आई। उन्होंने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वे सब निराधार हैं और झूठे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 10:04 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2019 10:04 AM (IST)
नप चेयरपर्सन बोलीं, पार्षद धरना समाप्त कर शहर के विकास में करें सहयोग

जागरण संवाददाता, कैथल : सिटी और बैंक स्क्वेयर मामले में केस दर्ज होने के बाद नगर परिषद की चेयरपर्सन सीमा कश्यप पहली बार खुलकर सामने आई। उन्होंने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं, वे सब निराधार हैं और झूठे हैं। उन्हें बिना किसी कारण और बिना जांच में शामिल किए केस दर्ज किया गया है। वे नगर परिषद कार्यालय में सिटी व बैंक स्क्वेयर मामले को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी।

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उन्होंने कहा कि शहर के विकास को लेकर साढ़े दस करोड़ रुपये के टेंडर लगाए गए हैं। जल्द ही उनके वर्क ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे। धरने पर बैठे पार्षद धरना समाप्त कर शहर के विकास में सहयोग दें।

धरना दे रहे पार्षद उनके परिवार के सदस्य हैं और वे इन सदस्यों में सबसे छोटी हैं। अगर पार्षदों को उनसे कोई शिकायत है तो मिल बैठकर उसका हल निकाला जा सकता है। मामले में केस दर्ज हो चुका है और सरकार व अधिकारी जांच कर रहे हैं। जो भी फैसला होगा उसे मान्य होगा, इसमें धरना देने का कोई औचित्य नहीं है। इस मौके पर चेयरपर्सन प्रतिनिधि सुरेश कश्यप, पार्षद मोहन शर्मा, संजय भौरिया, हरजिद्र सिंह, विरेंद्र सैनी मौजूद थे।

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शहर का ड्रीम प्रोजेक्ट है सिटी स्क्वेयर

चेयरपर्सन सीमा कश्यप ने कहा कि सिटी स्क्वेयर शहर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका निर्माण होने से शहर के लोगों को फायदा होगा। अगर पार्षद इस बात को लेकर ऐसे ही धरने पर बैठे रहे तो शहर के लोगों का नुकसान होगा। विकास कार्यों में पार्षद उनका साथ दें। इसके अलावा भी शहर में करीब 54 करोड़ रुपये से अमरुत योजना का काम चल रहा है।

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बिना बात का दबाव बनाना छोड़ें पार्षद

पार्षद मोहन शर्मा ने कहा कि जो पार्षद धरने पर बैठे हैं वे अधिकारियों व चेयरपर्सन पर अनावश्यक दबाव बनाना चाहते हैं। धरने पर बैठे पूर्व नप चेयरमैन यशपाल प्रजापति ने अपने कार्यकाल में कोई भी बड़ा विकास कार्य नहीं करवाया। पार्षदों ने हाइकोर्ट में जाकर हाउस की मीटिग बुलाई। मीटिग हुई, लेकिन वहां भी पार्षदों ने अधिकारी पर दबाव बनाने का प्रयास किया। धरने पर बैठे पार्षदों को शहर व वार्डों के विकास से कोई लेना देना नहीं है। वे बस अपनी राजनीति चमका रहे हैं।

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यह है मामला

सिटी व बैंक स्क्वेयर मामले में 25 मार्च को नप चेयरपर्सन सहित 11 नप अधिकारियों के खिलाफ सीएम फ्लाइंग के डीएसपी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। मामले में कार्रवाई न होने के कारण 27 मई से करीब 17 पार्षदों ने नप कार्यालय में धरना शुरू किया हुआ है। धरने पर बैठे ज्यादातर पार्षद भाजपा के हैं और चेयरपर्सन कांग्रेस समर्थित हैं। पार्षद इस मामले में चेयरपर्सन को सस्पेंड करवाना चाहते हैं।

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