निशुल्क किताबें देने के फैसले से 35 हजार विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
सरकार की ओर से निशुल्क किताब वितरण के फैसले से जिला के नौवीं से 12वीं तक की कक्षा के 35 हजार से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। वर्तमान में एससीईआरटी की ओर से पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तक दी जाती है। अब आठवीं से आगे नौंवी से 12वीं तक की कक्षा के विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें देने के फैसले से गरीब विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी और पुस्तकों के अभाव में उसकी शिक्षा प्रभावित नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, कैथल :
सरकार की ओर से निशुल्क किताब वितरण के फैसले से जिला के नौवीं से 12वीं तक की कक्षा के 35 हजार से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। वर्तमान में एससीईआरटी की ओर से पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तक दी जाती है। अब आठवीं से आगे नौंवी से 12वीं तक की कक्षा के विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें देने के फैसले से गरीब विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी और पुस्तकों के अभाव में उसकी शिक्षा प्रभावित नहीं होगी।
सरकार के इस फैसले के अनुसार जिला के 120 से अधिक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे 35 हजार से अधिक विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। सरकार का यह निर्णय अप्रैल में होने वाले दाखिलों के बाद लागू किया जाएगा। सरकार के इस फैसले का पत्र शिक्षा विभाग के पास पहुंच गया है।
इस पर शिक्षा विभाग की ओर से परीक्षा से पहले ही तैयारी शुरू कर दी गई है। विभाग के अनुसार अब विद्यार्थियों को किताबें देने के लिए पाठ्यक्रम को लेकर सरकार को विचार भी भेजने को लेकर तैयारी शुरू की गई है।
नए सत्र से लागू होगा फैसला
जिला शिक्षा अधिकारी बिजेंद्र सिंह नरवाल ने बताया कि वर्तमान में पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को किताबें दी जाती है। अब सरकार के नए फैसले से विद्यार्थियों को इसका काफी फायदा मिलेगा। स्कूलों के नए सत्र से यह निर्णय लागू हो जाएगा, इससे गरीब विद्यार्थियों को सुविधाएं मिलेगी।