भगवान जगन्नाथ यात्रा में महिला कांस्टेबल से छेड़छाड़
शनिवार को देर रात तक शहर की सड़कों पर भगवान जगन्नाथ यात्रा निकाली गई। यात्रा में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ होती रही। हालांकि पुलिस कर्मचारी भारी संख्या में मौजूद रहे, लेकिन लावारिस युवकों के आगे वे भी बेबस नजर आए। महिलाएं छेड़छाड़ का विरोध करती रहीं, लेकिन मनचले युवकों को कोई रोकने वाला नहीं था। यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या कम और लावारिस युवकों की संख्या ज्यादा थी। यहां तक की मनचलों ने महिला पुलिस कर्मचारियों को भी नहीं छोड़ा।
जागरण संवाददाता, कैथल : शनिवार को देर रात तक शहर की सड़कों पर भगवान जगन्नाथ यात्रा निकाली गई। यात्रा में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ होती रही। हालांकि पुलिस कर्मचारी भारी संख्या में मौजूद रहे, लेकिन लावारिस युवकों के आगे वे भी बेबस नजर आए। महिलाएं छेड़छाड़ का विरोध करती रहीं, लेकिन मनचले युवकों को कोई रोकने वाला नहीं था। यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या कम और लावारिस युवकों की संख्या ज्यादा थी।
यहां तक की मनचलों ने महिला पुलिस कर्मचारियों को भी नहीं छोड़ा। यात्रा में एक महिला कांस्टेबल के साथ युवकों ने छेड़छाड़ की। हालांकि पुलिस ने मौके पर ही एक युवक को दबोच लिया। आरोपित युवक के खिलाफ सिटी थाना में सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने व छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया है।
पिछले 11 सालों से यह यात्रा शहर में निकाली जा रही है। हर बार यात्रा रात के एक या दो बजे तक खत्म होती थी, लेकिन इस बार रात साढ़े 12 बजे ही यात्रा समाप्त कर दी गई। यात्रा में होने वाली भीड़ का आवारा युवक जमकर फायदा उठाते हैं। यात्रा के दौरान लोगों के पर्स व जेवरात भी चोरी होते हैं, लेकिन आस्था के कारण लोग चोरी व छेड़छाड़ की शिकायत भी नहीं करते हैं।
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पुलिस कर्मचारी के साथ मारपीट
भीड़ को रोकने के लिए पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। रात करीब 11 बजे जाट स्कूल के पास कुछ युवकों ने दो पुलिस कर्मचारियों के साथ मारपीट की । जब तक दूसरे पुलिस कर्मचारी सहायता के लिए आए मारपीट करने वाले युवक वहां से फरार हो गए। हालांकि किसी पुलिस कर्मचारी ने मामला दर्ज नहीं करवाया।
बॉक्स : आरोपित के खिलाफ केस दर्ज
सिटी एसएचओ मंदीप ¨सह ने बताया कि जगन्नाथ यात्रा में महिला कांस्टेबल से छेड़छाड़ करने के आरोप में कैथल निवासी मदन मोहन के खिलाफ केस दर्ज किया है। यात्रा के दौरान भीड़ ज्यादा थी, लेकिन उसके बावजूद भी कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी गई।