पृथ्वी दिवस मना बच्चों ने दिया धरा को बचाने का संदेश
जिला भर के स्कूलों में पृथ्वी दिवस मनाया गया। छोटे छोटे बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों और कलाकृतियों के माध्यम से धरा को बचाने का संदेश अपने-अपने अंदाज में दिया।
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला भर के स्कूलों में पृथ्वी दिवस मनाया गया। छोटे छोटे बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों और कलाकृतियों के माध्यम से धरा को बचाने का संदेश अपने-अपने अंदाज में दिया।
भारत के लोगों को करना होगी
पृथ्वी के प्रति जागरूक
जासं, कैथल : बीआरडीएम पब्लिक स्कूल में पृथ्वी दिवस मनाया गया। प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों ने भाषण के माध्यम से अपनी प्रस्तुतियां दी। प्रधानाचार्य वरूण जैन ने कहा कि 22 अप्रैल 1970 को पहली बार पृथ्वी दिवस मनाया गया, लेकिन भारत में आज भी लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हैं। हमें हमारी धरा को बचाए रखने के लिए कुछ कदम उठाए जाने की जरूरत है। वातावरण को शुद्ध रखने के लिए पौधा रोपण के साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कम से कम करें। पहली से पांचवी कक्षा के लिए स्क्रैप बुक में पृथ्वी बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने पृथ्वी की आकृति बना कर उसमें सुंदर-सुंदर रंग भरे। विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
बच्चों ने कागज पर उकेरे अपने भाव
जासं, कैथल : एमडीएन ग्लोबल स्कूल कैंपस में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। जिसमें बच्चों ने पोस्टर मेकिग, स्कैचिग, पेंटिग व स्टोरी टैलिग प्रतियोगिता में भाग लिया। निदेशक डॉ. विनोद कुमार ने बच्चों को बताया कि पृथ्वी हमारा घर है और जिस प्रकार हम अपने घर को साफ व सजाकर रखते हैं उसी तरह पृथ्वी को भी साफ-सुथरा व सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। कक्षा दूसरी से पांचवी तक कहानी वाचन प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें 50 बच्चों ने भाग लिया। कक्षा छठी से आठवीं के बच्चों बीच चित्रकला प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें 100 बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपनी कल्पना को कागज पर उकेरा।
लघु नाटिका से दिया धरती
को बचाने का संदेश
जासं, कैथल : एसएस बाल सदन स्कूल में पृथ्वी दिवस मनाया गया। मुख्यातिथि के रूप में एसएस सोसायटी के चेयरमैन रविभूषण गर्ग ने शिरकत की। शुभारंभ मां भारती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। छात्रों ने वृक्ष लगाओ धरती बचाओ का संदेश लघु नाटिका के माध्यम से दिया। नाटिका के माध्यम से बताया कि जिस तरह हम लगातार वृक्ष काट रहे है उससे एक दिन ऐसा आएगा जब ऑक्सीजन की कमी के कारण सांस लेना भी मुश्किल होगा। रविभूषण गर्ग ने कहा कि प्रकृति ने हमें अनेक कीमती उपहार हमें जल, वन, कोयला, पेट्रोल के रूप में दिए है, लेकिन हम सब इन उपहारों को गलत ढंग से इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्राकृतिक संसाधनों को संजोन का संदेश
जासं, कैथल : हिदू कन्या स्कूल में पृथ्वी दिवस मनाया गया। छोटे बच्चों ने पृथ्वी के बारे में अपने विचार रखते हुए सबको जागरूक किया। प्रिसिपल मोनिका कौशिक ने बच्चों के साथ पौधा रोपण किया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हम तेजी से कर रहे हैं। यही हाल रहा है तो हमारी आने वाली पीढि़यों के लिए हम कुछ भी छोड़कर नहीं जाएंगे या ये कहें कि हम अपने स्वार्थ के लिए सब कुछ बर्बाद कर देंगे। हमें इस धरा को बचाए रखने के लिए पौधा रोपण करना चाहिए और कम से कम प्लास्टिक का इस्तेमाल अपने जीवन में करना चाहिए।
मस्तगढ़ गांव को गोद ले हरा
भरा बनाने का लिया संकल्प
संस, गुहला- चीका : ग्रीन फील्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल कसौर के बच्चों ने पृथ्वी दिवस पर प्राथमिक पाठशाला मस्तगढ़ में मनाया। प्रधानाचार्या प्रवीन शर्मा ने बताया कि पृथ्वी दिवस पर ग्रीन फील्ड स्कूल की प्रबंध कमेटी ने गांव मस्तगढ़ को गोद लेने का फैसला किया। ग्रीन फील्ड स्कूल के बच्चों ने मस्तगढ़ स्कूल के सभी बच्चों को एक एक पौधा भेंट किया और उनके साथ स्कूल प्रांगण में पौधा रोपण किया। बच्चों ने गांव में एक जागरूकता रैली भी निकाली और मानव श्रृंखला बनाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।
धरती को हरा भरा बनाने की दिलाई शपथ
संस, गुहला-चीका : डीएवी स्कूल चीका में पृथ्वी दिवस पर कार्यक्रम हुआ। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से सेव अर्थ सेव लाइफ पर स्लोगन व निबंध लेखन प्रतियोगिता सभी कक्षाओं में करवाई गई। कक्षा अनुसार प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेता विद्यार्थियों को प्रधानाचार्या द्वारा सम्मानित किया गया। विज्ञान एवं पर्यावरण विषय पर छात्र छात्राओं से अध्यापिका मोनिका शर्मा ने सामान्य ज्ञान से संबधित सवाल पूछे। छात्रों ने इन प्रश्नों का उत्तर अपने ज्ञान के आधार पर दिए। अध्यापक कुलदीप सिंह ढिल्लों ने विद्यार्थियों एवं स्कूल स्टाफ को धरती को हरा भरा एवं स्वच्छ बनाने के की शपथ दिलाई।