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कुरुक्षेत्र नरवाना रेल ट्रैक पर नहीं चल पाई मेमू ट्रेन

रेलवे की ओर से बजट में घोषणा करने के बावजूद कुरुक्षेत्र नरवाना रेल ट्रेक पर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन नहीं चल पाई है। रेलवे ने इस रूट पर दौड़ रही आठ पैसेंजर ट्रेनों के रेक को जून माह के अंत में मेमू रेक में बदलना था।

By JagranEdited By: Wed, 21 Aug 2019 08:18 AM (IST)
कुरुक्षेत्र नरवाना रेल ट्रैक पर  नहीं चल पाई मेमू ट्रेन
कुरुक्षेत्र नरवाना रेल ट्रैक पर नहीं चल पाई मेमू ट्रेन

जागरण संवाददाता, कैथल :

रेलवे की ओर से बजट में घोषणा करने के बावजूद कुरुक्षेत्र नरवाना रेल ट्रेक पर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन नहीं चल पाई है। रेलवे ने इस रूट पर दौड़ रही आठ पैसेंजर ट्रेनों के रेक को जून माह के अंत में मेमू रेक में बदलना था। जिसके बाद इस रुट पर रेलवे ने मेमू ट्रेनों को चलाना था, लेकिन यह घोषणा दो महीने के बाद ही ठंडे बस्ते में चली गई हैं। दो महीने बीत जाने के बावजूद ट्रेन नहीं चल पाई है। मेमू ट्रेन न चलने के कारण ट्रेन की स्पीड नहीं बढ़ सकी है।

मेमू में यह है विशेष फीचर :

रेल यात्री कल्याण संघ के चेयरमैन सतपाल गुप्ता ने बताया कि मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन की पिक अप काफी तेज है। जिस कारण उसकी स्पीड बढ़ने में अधिक समय न लगकर केवल दो मिनट ही लगते है। जबकि डीजल या अन्य इलेक्ट्रिक लोको तेजी से अपनी स्पीड बढ़ाने में अक्षम होता है। गुप्ता ने बताया कि इस समय ट्रैक के सामान्य रेक में केवल एक ही लोको इंजन है। जबकि मेमू ट्रेन में तीन इलेक्ट्रिक इंजन होते है। इसमें दो ड्राईवर व एक पूरे रेक को बिजली देने वाला इंजन शामिल रहता है। उन्होंने बताया कि मेमू ट्रेन चलने के बाद ट्रैक पर 90 से 100 किलोमीटर तक की स्पीड से ट्रेन दौड़ सकती है।

आठ ट्रेनों में होगा बदलाव :

मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन चलाने की जानकारी रेलवे ने पत्र जारी करने के बाद इसकी घोषणा की थी। इसके बाद कैथल से कुरुक्षेत्र व जींद दोनों रूटों पर जाने वाली आठ ट्रेनों में बदलाव होना था। जिस पर स्पीड बढ़ने के बाद पूरे सफर में करीब 40 मिनट के समय में भी बदलाव होना था। लेकिन अब ट्रेन नहीं चलने से स्पीड भी नहीं बढ़ पाई है।

रेक नहीं मिलने से रूट पर नहीं चली मेमू ट्रेन

कुरुक्षेत्र नरवाना रेल सेक्शन पर लाइन का विद्युतीकरण होने के बाद सभी को उम्मीद रहती है कि यहां पर मेमू ट्रेन रेलवे चलाए। इस प्रक्रिया में करीब छह से सात महीने का समय लग जाता है। रेलवे ने पत्र जारी किया है, लेकिन रेक नहीं मिलने के कारण मेमू ट्रेन इस रूट नहीं चल सकी है।

एसएन गुप्ता, स्टेशन अधीक्षक, कुरुक्षेत्र।