दिव्य भजन सत्संग के साथ हुआ ध्यान शिविर का समापन
आर्ट ऑफ लिविग संस्था की तरफ से वेदविज्ञान विद्या महापीठ कपिस्थल आश्रम में रविवार को ध्यान शिविर का समापन दिव्य भजन सत्संग के साथ हुआ। आर्ट ऑफ लिविग आचार्या कंचन सेठ ने बताया कि शिविर में करीब 30 साधकों ने हिस्सा लिया।
जागरण संवाददाता, कैथल : आर्ट ऑफ लिविग संस्था की तरफ से वेदविज्ञान विद्या महापीठ कपिस्थल आश्रम में रविवार को ध्यान शिविर का समापन दिव्य भजन सत्संग के साथ हुआ। आर्ट ऑफ लिविग आचार्या कंचन सेठ ने बताया कि शिविर में करीब 30 साधकों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों में से कुलदीप सिंह कुणाल ने अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि सेवा, साधना तथा सत्संग के माध्यम से न सिर्फ अपने दुर्लभ जीवन को एक नवीन दृष्टिकोण के साथ समझने का स्वर्णिम अवसर प्राप्त हुआ, अपितु शीतलता, तृप्ति व खुशी के साथ-साथ रसमय एवं प्रेममय जीवन की दिव्य अनुभूति अर्जित की। स्वामी दिव्यतेज ने न सिर्फ प्रतिभागियों की न सिर्फ अध्यात्म से सम्बद्ध प्रश्नों के उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासा शांत की, बल्कि उन्हें यह भी समझाया कि किस प्रकार हम गुरु-ज्ञान की मदद से वैदिक-संस्कारों को अपने दुर्लभ मानव-जीवन में समाविष्ट कर, अपना अमूल्य जीवन उच्चतम धरातल पर जीते हुए सभी प्रकार के ऋणों से उऋण हो सकते हैं। शिविर में भारत खुराना, डॉक्टर विकास भटनागर, कुलदीप सिंह कुणाल, अमर ठाकुर, डॉक्टर विकास पानीपत व जसप्रीत मौजूद थे।