दम तोड़ने से पहले तीन नाम ले गए महंत रामभज दास
सांगन गांव स्थित श्रृंगी ऋषि आश्रम के महंत रामभज दास दम तोड़ने से पहले तीन लोगों के नाम ले गए हैं। तीन ही नामों का जिक्र सेवादार ने शिकायत में किया है। महंत बुधवार रात को कैथल से आश्रम पहुंचे तो कुछ देर बाद ही बेलरखां गांव के युवक के साथ जूस पीने की बात कहकर चले गए। देर रात को आश्रम के सेवादारों को किसी ने महंत पर हमला होने की सूचना दी।
जागरण संवाददाता, कैथल : सांगन गांव स्थित श्रृंगी ऋषि आश्रम के महंत रामभज दास दम तोड़ने से पहले तीन लोगों के नाम ले गए हैं। तीन ही नामों का जिक्र सेवादार ने शिकायत में किया है। महंत बुधवार रात को कैथल से आश्रम पहुंचे तो कुछ देर बाद ही बेलरखां गांव के युवक के साथ जूस पीने की बात कहकर चले गए। देर रात को आश्रम के सेवादारों को किसी ने महंत पर हमला होने की सूचना दी। इसके बाद गांव के कुछ मौजिज व्यक्ति और आश्रम के सेवादार सिविल अस्पताल कैथल पहुंचे। जहां कलायत पुलिस महंत को एक एंबुलेंस में लेकर अस्पताल पहुंची। यहां से महंत की गंभीर हालत को देखते हुए चंडीगढ़ रेफर कर दिया।
सेवादार अमनदीप के मुताबिक महंत ने पीजीआइ जाते समय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि तीन लोगों ने एक साजिश के तहत उस पर हमला करवाया है। हमला करने वालों में छवि दास बाबा, कुलबीर और मेहरा राम का नाम लिया। डंडों से तीनों ने पीटा और इसके बाद उसकी गाड़ी, नकदी और मोबाइल भी छीनकर ले गए।
महंत की हत्या से ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने बताया कि महंत रामभज दास ने सांघन गांव आश्रम में चार साल पहले ही गद्दी संभाली थी। उनके आश्रम संभालने के बाद काफी काम हुए। इनमें शेड का निर्माण, तीर्थ का जीर्णोद्धार, आश्रम परिसर को पक्का करवाना, श्मशान घाट के निर्माण में सहयोग करना सहित अन्य कार्य करवाए। एमए तक की पढ़ाई महंत ने की हुई थी। कोरोना महामारी के इस दौर में लोगों की सेवा के लिए हमेशा आगे रहते थे।
उधर ग्रामीणों का यह भी कहना है कि महंत इस डेरे के साथ-साथ कुतुबपुर रोड पर स्थित एक डेरे की जिम्मेदारी भी संभाले हुए था। इस डेरे को लेकर महंत के साथ डेढ़-दो साल पहले कोई विवाद भी हुआ था। इसी को लेकर कुछ लोग उससे रंजिश रखे हुए थे। डेरे की इस जमीन को लेकर चल रही रंजिश को भी घटना से जोड़ा जा रहा है।