पिगला भर्थरी के सांग में दर्शाई दो भाइयों के प्रेम कहानी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग की ओर से आरकेएसडी कॉलेज में आठवें तीन दिवसीय रत्नावली सांग महोत्सव की शुरुआत हुई।
जागरण संवाददाता, कैथल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग की ओर से आरकेएसडी कॉलेज में आठवें तीन दिवसीय रत्नावली सांग महोत्सव की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में आगामी तीन दिनों तक अलग अलग टीमें सांग की प्रस्तुति देंगी। कार्यक्रम की पहले दिन महर्षि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति श्रेयांश द्विवेदी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उनके साथ डीएवी कॉलेज पिहोवा के प्राचार्य डॉ. कामदेव झा विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे। कॉलेज प्रबंधक समिति के प्रधान साकेत मंगल एडवोकेट, उपप्रधान अश्विनी शोरेवाला, आरवीएस समिति के कोषाध्यक्ष सुनील चौधरी ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम में पहले दिन पानीपत की एसडी कॉलेज की टीम ने पिगला भर्थरी के सांग का मंचन किया। यह सांग एक पौराणिक कथा पर आधारित था, जिसमें दो भाइयों राजा भरतरी, उसके भाई विक्रम एवं रानी पिगला की कहानी के आधार पर दो भाइयों के प्रेम कहानी को दर्शाया गया था। मंच संचालन प्रो. रचना सरदाना एवं प्रो पूजा गुप्ता ने किया। इस मौके पर डॉ. अशोक कुमार, डॉ. सुरुचि शर्मा, प्रो. राजेश देशवाल एवं डॉ. राजीव शर्मा ने संबंधित कार्यों का निर्वाहन किया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. संजय गोयल, उप-प्राचार्य डॉ. एसबी मैहला, सांध्यकालीन प्राचार्य प्रभारी डॉ. हरिद्र गुप्ता, कार्यक्रम संयोजक डॉ. अशोक अत्रि एवं प्रो. जयबीर धारीवाल, डॉ. सीबी सैनी, डॉ. राजबीर पराशर, अनिल गर्ग सहित नॉन टीचिग स्टाफ सदस्य मौजूद थे।
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