स्वास्थ्य विभाग में सिक्योरिटी गार्ड की सेवाएं नियमित रखने के बारे में सीएम को लिखा पत्र
पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में करीब 3500 सिक्योरिटी गार्ड अपनी सेवाएं दे रहें हैं। कुछ माह पहले प्रदेश सरकार की तरफ से फैसला लिया गया कि सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर सरकार होम गार्ड को रखेगी।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में करीब 3500 सिक्योरिटी गार्ड अपनी सेवाएं दे रहें हैं। कुछ माह पहले प्रदेश सरकार की तरफ से फैसला लिया गया कि सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर सरकार होम गार्ड को रखेगी। स्वास्थ्य विभाग आउटसोर्सिंग कर्मचारी यूनियन के प्रधान कुलदीप माजरा ने बताया कि इसके बाद प्रदेश भर से सभी सिक्योरिटी गार्ड इकट्ठे होकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से उनके निवास अंबाला में मिले थे। उनसे न हटाने की गुहार लगाई थी तो स्वास्थ्य मंत्री ने सहमति जताते हुए सिक्योरिटी गार्ड को न हटाने का फैसला किया था। प्रधान ने बताया कि अब जिस तरह की जानकारी प्राप्त हुई है कि नए टेंडर में सिक्योरिटी गार्ड के पद को दर्शाया नहीं गया है। अगर सरकार सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर होम गार्ड रखना चाहती है तो इन्हीं सिक्योरिटी गार्ड को ही होम गार्ड की ट्रेनिग दी जाए। इन्हें हटाया ना जाए। इनके अनुभव का स्वास्थ्य विभाग व सरकार को फायदा उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जैसे ही नया टेंडर होता हैं तो सम्बंधित ठेकेदार पुराने कर्मचारियों को हटाकर नए कर्मचारी रखने का प्रयास करता हैं। इस पर पूर्णत: पाबंदी लगाई जाए। कर्मचारियों को परेशान करने के लिए इनकी ट्रांसफर दूर अन्य स्थान पर कर दी जाती है, और ठेकेदार के बिचौलिये पैसे की डिमांड करते है उन कर्मचारियों को वापस उसी स्थान पर पोस्टिग के लिए। आउटसोर्सिंग पॉलसी में तबादला नीति पर पूर्णतया पाबंदी लगाई जाए। इस मौके पर ममता, रज्जी, सचिव रोहित इंसा, अशोक कुमार, सुरेश कुमार, संदीप, बिदर, दर्शन मौजूद थे।