50 महिलाओं की ¨लग जांच करा चुका कुलदीप
जागरण संवाददाता, कैथल: पिछले कई सालों से भ्रूण ¨लग जांच गिरोह कैथल में सक्रिय है। इस गि
जागरण संवाददाता, कैथल:
पिछले कई सालों से भ्रूण ¨लग जांच गिरोह कैथल में सक्रिय है। इस गिरोह से करीब पांच माह पहले जुड़े बाता गांव का दलाल कुलदीप अब तक 50 गर्भवती महिलाओं को ¨लग जांच के लिए उत्तर प्रदेश के गंगोह ले जा चुका था। आरोपी ने यह खुलासा रिमांड के दौरान पुलिस पूछताछ में बताया। बुधवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया जहां उसे जमानत मिल गई है, वहीं अब पुलिस गिरोह के मुख्य सरगना परीक्षित नाम के युवक की तलाश कर रही है, जो शहर के एक निजी अस्पताल में कर्मचारी बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि रविवार को सीआइए टू पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण ¨लग जांच गिरोह के दलाल कुलदीप को करनाल रोड से गिरफ्तार किया था। आरोपी सेक्टर के एक कर्मचारी की पत्नी को ¨लग जांच करवाने के लिए उत्तर प्रदेश लेकर गया था। विभाग की टीम ने आरोपी के साथ एक डिकोए को भेजा था। जिसके माध्यम से पुलिस आरोपी को पकड़ने में सफल रही।
गिरोह से जुड़े लोग गर्भवती महिलाओं के परिवारों से संपर्क करते हुए 16 से 20 हजार ऐंठते हुए ¨लग जांच करवाने के लिए गंगोह के नजदीक जंगलों में बने एक मकान में ले जाते हैं। आरोपी को गिरफ्तार कर जब पुलिस ने इस ठिकाने पर दबिश दी तो आरोपी पहले ही भनक लगने पर यहां से फरार हो गए। हालांकि पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों पर काबू पाने के लिए तलाश कर रही है।
नहीं रूक रहा अवैध धंधा
सरकार द्वारा ¨लग जांच को रोकने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग दूसरे जिलों व राज्यों में दलालों के माध्यम से ¨लग जांच करवाने से बाज नहीं जा रहे हैं। ¨लग जांच करवाने वालों में न केवल अशिक्षित लोग हैं, बल्कि पढ़े-लिखे लोग व सरकारी विभागों के कर्मचारी भी पीछे नहीं है। दलाल के माध्यम से गंगोह जो दंपती ¨लग जांच के लिए गया था वह एक सरकारी विभाग का कर्मचारी था, जिसे एफआइआर से बाहर करने के लिए सीआइए का ईएएसआइ हवा ¨सह भी स्वास्थ्य विभाग की डिप्टी सीएमओ पर दबाव बना रहा था। शिकायत मिलने पर एसपी ने एसआई को सस्पेंड कर दिया था।
वर्जन
¨लग जांच मामले से जुड़े गिरोह के दलाल ने पूछताछ में 40-50 के करीब महिलाओं की जांच करवाने की बात स्वीकार की है। गिरोह से जुड़े कुछ लोगों के बारे में बताया है। इन आरोपियों पर काबू पाने के लिए पुलिस जांच अभियान चला रही है। आरोपी को कोर्ट से जमानत मिलने पर रिहा कर दिया है।
- रामकुमार, जांच अधिकारी सिविल लाइन थाना, पुलिस।