सहकारी चीनी मिल को तकनीकी क्षमता में मिला दूसरा पुरस्कार : डीसी
देश में कैथल सहकारी चीनी मिल को पिराई सत्र 2018-2019 के दौरान तकनीकी क्षमता में बेहत्तरीन कार्य करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ लिमिटेड दिल्ली में एक कार्यक्रम किया गया।
जागरण संवाददाता, कैथल : देश में कैथल सहकारी चीनी मिल को पिराई सत्र 2018-2019 के दौरान तकनीकी क्षमता में बेहत्तरीन कार्य करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ लिमिटेड दिल्ली में एक कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कमिशन आफ एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइज के चेयरमैन विजय पॉल शर्मा ने हरियाणा राज्य शुगर फेडरेशन के एमडी पंकज अग्रवाल, चीनी मिल की अध्यक्षा एवं डीसी डॉ. प्रियंका सोनी, शुगर मिल के एमडी जगदीप सिंह को यह पुरस्कार प्रदान किया। डीसी ने बताया कि सहकारी चीनी मिल का पिराई सत्र 17 नवंबर से शुरू होकर 30 अप्रैल तक 166 दिन तक चलाई गई। इस दौरान मिल ने 40 लाख 43 हजार क्विंटल गन्ने की पिराई करके 10.20 प्रतिशत की रिकवरी दर से चार लाख 13 हजार 394 क्विटल चीनी का उत्पादन किया। जबसे मिल की स्थापना हुई है 10.20 प्रतिशत की चीनी रिकवरी इस वर्ष पहली बार हुई है। पिराई सत्र 2018-2019 के दौरान मिल की क्षमता का प्रयोग 98.38 प्रतिशत रहा, जोकि स्थापना से लेकर अब तक सर्वाधिक है। एनर्जी सेविग के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 11 लाख 73 हजार 726 क्विंटल खोई का उत्पादन करते हुए दो करोड़ रुपए से अधिक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त किया है। मिल की दैनिक पिराई क्षमता 25 हजार क्विटल होने के बावजूद 17 दिसंबर 2018 को 31 हजार 100 क्विटल गन्ने की पिराई करके मिल ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है।