हेपेटाइटिस सी पर बेहतर कार्य के लिए जिले को मिले तीन अवार्ड
हेपेटाइटिस सी को लेकर बेहतर काम करने पर जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम को चंडीगढ़ में आयोजित सम्मान-समारोह में सम्मानित किया।
जागरण संवाददाता, कैथल :
हेपेटाइटिस सी को लेकर बेहतर काम करने पर जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम को चंडीगढ़ में आयोजित सम्मान-समारोह में सम्मानित किया। हेल्थ कमीशनर राजीव अरोड़ा ने जिला बेहतर प्रबंधन के लिए हेपेटाइटिस-सी के जिला अधिकारी डॉ. नीरज मंगला, नोडल अधिकारी डॉ. अनिल अग्रवाल व डॉ. राजीव मित्तल को सम्मानित किया। जिले को तीन अवार्ड मिलने पर उन्होंने जिला सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन व संबंधित अधिकारियों को इसके लिए बधाई दी।
उन्होंने कहा कि यह जिले के लिए गौरव की बात है कि इतने बेहतर ढंग से अधिकारियों व उनकी चिकित्सा टीम ने बेहतर काम किया। कैथल के साथ कुरुक्षेत्र, रोहतक व फतेहाबाद जिला के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी टॉफी व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मान लेकर वापस लौटे अधिकारियों को सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने बधाई देते हुए कहा कि इस तरह बेहतर कार्य करते हुए विभाग को इसी तरह उपलब्धियों पर ले जाने के लिए काम करें।
हेपेटाइटिस-सी के 5300 मरीजों को अब तक दिया जा चुका है इलाज
जिले में 10 हजार से भी ज्यादा हेपेटाइटिस-सी के मरीज हैं। इनमें से अब तक 5300 मरीजों का इलाज दिया शुरू हो चुका है। मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण दो चिकित्सकों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया हुआ है, जो सप्ताह में तीन-तीन दिन ओपीडी करते हुए मरीजों की जांच कर इलाज शुरू करते हैं। इस बीमारी के सबसे ज्यादा केस राजौंद व गुहला क्षेत्र में है। राजौंद कस्बा के तो काफी लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। कई गांव में तो ऐसी भी घर हैं जहां एक मरीज नहीं बल्कि पूरा परिवार ही इससे प्रभावित है। इसी प्रकार गुहला व कैथल के खंड के भी कई गांव में इस बीमारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। विभाग की तरफ से जेल में भी बंद कैदियों व बंदियों की हेपेटाइटिस-सी व एचआइवी की जांच होती है, पुष्टि होने पर इलाज शुरू किया जाता है। अस्पताल में अब दो माह से मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है, जांच कूपन खत्म होने के कारण यह दिक्कत आ रही है। कूपन आने के बाद होल्ड पर रखे मरीजों की जांच कर दवाई शुरू की जाएगी।