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एशियन पैरा आर्चरी में भारत की टीम ने जीता कांस्य पदक

थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में चल रही एशियन पैरा आर्चरी चैंपियनशिप में भारत की रिकर्व टीम ने कांस्य पदक हासिल किया है। यह प्रतियोगिता हर दो साल में एक बार होती है। टीम ने बुधवार को मलेशिया की टीम को 6-2 के अंतर से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। प्रतियोगिता 19 अक्टूबर से शुरू हुई थी और 25 अक्टूबर तक जारी रहेगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Oct 2019 09:45 AM (IST)Updated: Fri, 25 Oct 2019 06:18 AM (IST)
एशियन पैरा आर्चरी में भारत की टीम ने जीता कांस्य पदक

सुनील जांगड़ा, कैथल : थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में चल रही एशियन पैरा आर्चरी चैंपियनशिप में भारत की रिकर्व टीम ने कांस्य पदक हासिल किया है। यह प्रतियोगिता हर दो साल में एक बार होती है। टीम ने बुधवार को मलेशिया की टीम को 6-2 के अंतर से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। प्रतियोगिता 19 अक्टूबर से शुरू हुई थी और 25 अक्टूबर तक जारी रहेगी।

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भारत की ओर से दो टीमें कंपाउंड और रिकर्व भाग ले रही हैं, जिनमें तीन-तीन खिलाड़ी हैं। इनके अलावा दो लड़कियां भी भाग ले रही हैं। भारत से आठ खिलाड़ी गए हुए हैं, जिनमें हरियाणा से तीन, पंजाब से एक, राजस्थान से एक, यूपी से दो व महाराष्ट्र से एक खिलाड़ी शामिल है। 16 देशों के 103 खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं, जिनमें 27 खिलाड़ी रिकर्व के हैं।

खिलाड़ियों ने डब्ल्यू-टू ओपन वर्ग में यह मुकाम हासिल किया है। कांस्य पदक हासिल करने वाली टीम में कैथल से हरविद्र सिंह, यूपी से विवेक चिकारा व रोहतक से राजेश कुमार शामिल रहे। विजेता टीम 26 अक्टूबर को भारत लौटेगी।

पांच अंकों वाला होता है विजेता

विजेता टीम का हिस्सा रहे हरविद्र सिंह ने बताया कि कुल आठ अंकों की प्रतियोगिता होती है। पांच अंक हासिल करने वाली टीम विजेता होती है। चार राउंड में प्रतियोगिता होती है, जिसमें तीनों खिलाड़ियों को दो-दो ऐरो चलाने के लिए दिए जाते हैं। एक राउंड के दो प्वाइंट दिए जाते हैं। हरविद्र ने अक्टूबर 2018 में हुई पैरा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल किया था। यह प्रतियोगिता चार साल में एक बार होती है। कैथल जिले के गांव अजीत नगर निवासी हरविद्र अब पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला में कोच गौरव शर्मा से ट्रेनिग ले रहे हैं। कोच गौरव शर्मा के मार्गदर्शन में ही टीम ने यह मैडल हासिल किया है।


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