एसवाइएल व दादूपुर नलवी नहर निर्माण को लेकर इनेलो-बसपा पूरे प्रदेश में एक साथ जेल भरेंगी: माजरा
फोटो नं.- 21 - कहा: 29 मई को कैथल में इनेलो-बसपा का जेल भरो पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं इनेलो नेता रामपाल माजरा ने कहा कि एसवाइएल और दादूपुर नलवी नहर निर्माण के लिए हो रहे जेल भरो आंदोलन के आखिरी चरण में इनेलो-बसपा कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में एक साथ जेल भरने का काम करेंगे। तब तक जेलों से बाहर नहीं जाएंगे जब तक सरकार इस पर सकारात्मक कदम नहीं उठाती। माजरा 29 मई को कैथल की अनाज मंडी में इनेलो-बसपा द्वारा आयोजित जेल भरो आंदोलन को लेकर गांव काकौत, सेगा, हरसौला, सिसला, सिसमौर, कैलरम, चौशाला, वजीरखेड़ा, सारन, शेरूखेड़ी में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।सरकार को कर
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- कहा: 29 मई को कैथल में इनेलो-बसपा का जेल भरो आंदोलन भाजपा सरकार को करेगी चलता
जागरण संवाददाता, कैथल: पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं इनेलो नेता रामपाल माजरा ने कहा कि एसवाइएल और दादूपुर नलवी नहर निर्माण के लिए हो रहे जेल भरो आंदोलन के आखिरी चरण में इनेलो-बसपा कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में एक साथ जेल भरने का काम करेंगे। तब तक जेलों से बाहर नहीं जाएंगे जब तक सरकार इस पर सकारात्मक कदम नहीं उठाती। माजरा 29 मई को कैथल की अनाज मंडी में इनेलो-बसपा द्वारा आयोजित जेल भरो आंदोलन को लेकर गांव काकौत, सेगा, हरसौला, सिसला, सिसमौर, कैलरम, चौशाला, वजीरखेड़ा, सारन, शेरूखेड़ी में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री पर एसवाइएल के निर्माण कार्य को पूरा करवाने के दायित्व से बचने का आरोप भी लगाया। उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री ने जेल भरो आंदोलन के संदर्भ में कहा है कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है, जो सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि जब सर्वदलीय शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा था तो स्पष्ट शब्दों में कहा गया था कि एसवाइएल के संबंध में कोई मामला न्यायालय के विचाराधीन नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि एसवाइएल हरियाणा का हक है और इनेलो इसे लेकर ही रहेगी। इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो-बसपा गठबंधन की प्रदेश में सरकार बनने पर युवाओं को बेरोजगारी भत्ता 15 हजार रुपये और बुजुर्गों को 2500 रुपये पेंशन दी जाएगी। 10 साल कांग्रेस के घोटालों और भ्रष्टाचार से परेशान जनता के पास विकल्प न होने के कारण मजबूरी में भाजपा को चुना गया था, लेकिन आज देश के पास मायावती के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे का विकल्प मौजूद है। तीसरे मोर्चे के गठन का एकमात्र लक्ष्य साम्प्रदायिक और भ्रष्टाचारी ताकतों को सत्ता से दूर रखना है।