कैथल बस स्टैंड बम विस्फोट मामले में आतंकी रतनदीप अदालत में पेश
1998 में कैथल के पुराने बस स्टैंड पर हुए बम विस्फोट के मामले में गिरफ्तार आतंकवादी रतनदीप को वीरवार को कैथल जिला अदालत में पेश किया गया।
जेएनएन, कैथल। भिंडरावाले टाइगर फोर्स ऑफ खालिस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकवादी रतनदीप सिह को कैथल अदालत में पेश किया गया। रतनदीप वर्ष 1998 में कैथल पुराने बस स्टैंड पर हुए बमकांड में संलिप्त था। इससे पहले इसे 17 मार्च को भी एडीजे सुदीप गोयल की कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे पुलिस ने रिमांड पर लिया था।
बता दें, रतनदीप सिंह इस मामले का दूसरा आरोपी है। एक आरोपी वर्ष 2001 में रिहा हो चुका है। उसे कैथल पुलिस ने वर्ष 2015 में गिरफ्तार किया था। कैथल के पुराने बस अड्डे पर 16 नवंबर 1998 को विस्फोट हुआ था। मामले में अमरगढ़ गामड़ी निवासी कर्मबीर सिंह पुत्र मंगल सैनी की शिकायत पर केस दर्ज किया था।
कर्मबीर अड्डे पर ब्रेड-पकौड़े की रेहड़ी का ठेकेदार है। बम विस्फोट के दौरान वह मौके पर मौजूद था। विस्फोट में कई यात्री घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करते हुए सफीदों गांव के रोहड़ निवासी हरी सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। उससे पूछताछ में पता चला था कि इसी गांव के रतनदीप सिंह के साथ उसने यह विस्फोट किया था।
हरी सिंह इस मामले में वर्ष 2001 में रिहा हो चुका है। पुलिस को दूसरे आरोपी रतनदीप सिंह की तलाश थी। पंजाब पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद उसे 10 फरवरी 2015 को कैथल पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। तभी से उसकी पेशियां लग रही हैं।
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