सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुति से मोह लिया मन
गीता जयंती उत्सव में रविवार शाम को सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें डीसी धर्मवीर ¨सह मुख्यातिथि थे। रेखा धीमान ने कृष्ण भक्ति व निफा करनाल की टीम ने महाभारत युद्ध की शुरूआत से भगवान श्री कृष्ण के अर्जुन को दिए गए अमर संदेश की प्रस्तुति दी।
जागरण संवाददाता, कैथल :
गीता जयंती उत्सव में रविवार शाम को सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें डीसी धर्मवीर ¨सह मुख्यातिथि थे। रेखा धीमान ने कृष्ण भक्ति व निफा करनाल की टीम ने महाभारत युद्ध की शुरूआत से भगवान श्री कृष्ण के अर्जुन को दिए गए अमर संदेश की प्रस्तुति दी। इससे पूर्व विद्क्यार तीर्थ की परिक्रमा में धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं ने भाग लिया।
सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत कमल व अमित की कृष्ण रासलीला की प्रस्तुति से हुई। इस दौरान कलाकारों ने शानदार नृत्य प्रस्तुत करके दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया। इसके बाद गायिका रेखा धीमान ने कृष्ण भक्ति से सराबोर भजन प्रस्तुत कि। इनमें री छौरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए, जुबां में राधा-राधा नाम हो जाए के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि प्रभु की भक्ति में लीन होकर ही मनुष्य इस भव सागर से पार हो सकता है तथा जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो सकता है। उन्होंने इक राधा-इक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा। अंतर क्या दोनों की चाह में, एक प्रेम दीवानी-एक दर्श दीवानी के माध्यम से राधा एवं मीरा की कृष्ण भक्ति में अंतर को समझाया गया।
इसके बाद निफा करनाल की 25 सदस्यीय सांस्कृतिक टीम ने गीता के सार का जीवंत चित्रण किया गया। यह कार्यक्रम सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण भी रहा। इस कार्यक्रम में दर्शाया गया कि परिवर्तन संसार का नियम है।
बाक्स-
जिला प्रशासन व कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य गोपाल सैनी के नेतृत्व में विद्क्यार तीर्थ की परिक्रमा की गई। इसमें एडीसी सतबीर ¨सह कुंडू ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में शहर की धार्मिक संस्थाओं ने भागीदारी की व महिलाओं की भी परिक्रमा व आरती में काफी भागीदारी रही। नीलकंठ महादेव मंदिर के प्रतिनिधि महेंद्र सैनी, बसंती सेवा समिति श्री ग्यारह रूद्री मंदिर सभा, दक्षिम हनुमान मंदिर सभा, राधे-राधे समिति व अन्य समितियों का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में सुरेश गर्ग ¨बदलिश, अभिषेक, अशोक भारती, टेक चंद, मनोज शर्मा मौजूद रहे।