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अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी से बिना इलाज वापस लौट रहे मरीज

जिला नागरिक अस्पताल में पिछले करीब एक साल से एक ही हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक है जबकि दो साल पहले तीन चिकित्सक होते थे। उस समय ऑपरेशन थियेटर व ओपीडी में काम होने के कारण कोई दिक्कत मरीजों को नहीं होती थी लेकिन अब मरीजों को दिक्कत आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 09:57 AM (IST)Updated: Mon, 23 Dec 2019 09:57 AM (IST)
अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी  से बिना इलाज वापस लौट रहे मरीज
अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी से बिना इलाज वापस लौट रहे मरीज

जागरण संवाददाता, कैथल : जिला नागरिक अस्पताल में पिछले करीब एक साल से एक ही हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक है, जबकि दो साल पहले तीन चिकित्सक होते थे। उस समय ऑपरेशन थियेटर व ओपीडी में काम होने के कारण कोई दिक्कत मरीजों को नहीं होती थी, लेकिन अब मरीजों को दिक्कत आ रही है।

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रोजाना अस्पताल में 100 से 150 मरीजों की ओपीडी रहती है। जिस दिन चिकित्सक ऑपरेशन थियेटर में रहते हैं, उस दिन ओपीडी नहीं होती, इस कारण मरीज अस्पताल से बिना जांच व इलाज किए वापस लौट जाते हैं। शनिवार को हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सूद ऑपरेशन थियेटर में थे, इस कारण मरीज ओपीडी के बाहर लाइन में खड़े रहे। एक घंटे बाद मरीजों को पता चला कि चिकित्सक का आज ऑपरेशन का दिन है, इसलिए वे ओपीडी में नहीं आए। इस कारण मरीज वापस लौट गए।

इलाज के लिए पहुंची राजरानी ने बताया कि कल सीढि़यों से गिर गई थी, इस कारण पांव में चोट आई है। चिकित्सक को दिखाने के लिए आई थी, लेकिन यहां आकर जानकारी मिली कि आज चिकित्सक नहीं मिलेंगे, इस कारण वापस लौटना पड़ रहा है। अब सोमवार को दोबारा आना पड़ेगा।

ओपीडी व ऑपरेशन थियेटर के साथ अन्य कार्यो का भी रहता बोझ

हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के पास ओपीडी व ऑपरेशन थियेटर के साथ-साथ इमरजेंसी व पोस्टमार्टम ड्यूटी का भी भार रहता है। इसके साथ-साथ बुधवार के दिन दिव्यांगों के लिए मेडिकल जांच शिविर में होता है। इस तरह से सप्ताह में मुश्किल से तीन दिन ओपीडी लगती है। चिकित्सकों के रिक्त पदों के कारण ऑपरेशन के लिए भी मरीजों को कई-कई दिनों का इंतजार करना पड़ता है। जिला नागरिक अस्पताल में स्वीकृत 56 पदों में से मुश्किल से 18 पदों पर चिकित्सक कार्यरत हैं।

चिकित्सक के साथ-साथ स्टाफ नर्स, एलटी, फार्मासिस्ट व अन्य पदों पर नियुक्ति न होने के कारण मरीजों को इलाज के लिए काफी दिक्कत आ रही है। बीमारियों की जांच के लिए मरीजों को रिपोर्ट मिलने का लंबा इंतजार करना पड़ता है।

रिक्त पदों को लेकर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी हुई

सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने बताया कि जिला सिविल अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पदों को लेकर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी हुई है। उम्मीद है कि जल्द ही इन पदों पर नियुक्ति होगी।


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