134ए के तहत दूसरे चरण में 367 में से सिर्फ 132 विद्यार्थियों को मिले स्कूल
134ए के दूसरे चरण में सिर्फ 132 विद्यार्थियों को स्कूल मिले। दूसरे चरण में 367 विद्यार्थियों को स्कूल अलॉट किए गए थे। पहले चरण में भी उम्मीद के मुताबिक दाखिले नहीं हो पाए थे और सिर्फ 466 विद्यार्थियों को दाखिला मिल पाया था। जबकि 1163 विद्यार्थियों को स्कूल अलॉट किए गए थे।
जागरण संवाददाता, कैथल : 134ए के दूसरे चरण में सिर्फ 132 विद्यार्थियों को स्कूल मिले। दूसरे चरण में 367 विद्यार्थियों को स्कूल अलॉट किए गए थे। पहले चरण में भी उम्मीद के मुताबिक दाखिले नहीं हो पाए थे और सिर्फ 466 विद्यार्थियों को दाखिला मिल पाया था। जबकि 1163 विद्यार्थियों को स्कूल अलॉट किए गए थे।
दोनों ही चरणों में दाखिले कम होने का सबसे बड़ा कारण ऑनलाइन दाखिले हैं। पहले तो दोनों ही बार दाखिलों की सूची जारी होने में बहुत ज्यादा देर हो गई और अभिभावकों ने परेशान होकर पहले ही अन्य स्कूलों में दाखिला ले लिया। फिर जो सूची जारी हुई उसमें अधिकतर बच्चों को ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे निजी स्कूल अलॉट कर दिए गए जो घर से कई किलोमीटर की दूरी पर थे और बस की सुविधा तक नहीं थी। अभिभावकों का कहना था कि उन्होंने यह स्कूल भरे ही नहीं थे। जिस कंप्यूटर केंद्र संचालक को फार्म दिया था उन्होंने अपनी मर्जी से स्कूल कर दिए। इनमें से कुछ स्कूल तो ऐसे थे जिनका किसी भी अभिभावक ने नाम तक नहीं सुना था।
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पोर्टल पर सीटों की जानकारी
नहीं देने से भी हुई समस्या
दूसरे चरण में स्कूल अलॉट होने पर भी जब दाखिला नहीं मिला तो कुछ अभिभावकों ने सीएम विडो पर भी शिकायत दर्ज करवाई है। अभिभावक संजय, अमृत सिंह, सुनील कुमार, अनिल कुमार का कहना है कि स्कूल में जाते हैं तो स्कूल संचालक सीट नहीं होने की बात कहकर दाखिला देने से इनकार कर रहा है। कई बार अधिकारियों को भी शिकायत की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। मजबूरी में उन्हें सीएम विडो पर शिकायत दर्ज करवानी पड़ी।
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अभी भी दिए जा रहे हैं दाखिले
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने बताया कि जिन बच्चों को दूसरे चरण में स्कूल अलॉट हुए थे और अगर कोई दाखिला लेना चाहता है तो वह खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकता है। कुछ अभिभावकों की दाखिला नहीं देने की समस्या को निदेशालय में समाधान के लिए भेज दिया गया है। जल्द ही समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।
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