गैस लीक की अफवाह फैलाने वाले कोरोना मरीज की हुई पहचान,होगी एफआइआर दर्ज
जिला सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में बुधवार रात को गैस लीक होने की अफवाह फैलाने वाले मरीज की पहचान हो गई है। पिजूपुरा गांव का यह रहने वाला है जो कई दिनों से यहां वार्ड में दाखिल है। इस कोरोना पॉजिटिव मरीज ने रात को हंगामा करते हुए गैस लीक की अफवाह फैलाई। इसके बाद मरीजों में हड़कंप मच गया और वे वार्ड का दरवाजा तोड़ते हुए अस्पताल से बहर निकल आए।
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में बुधवार रात को गैस लीक होने की अफवाह फैलाने वाले मरीज की पहचान हो गई है। पिजूपुरा गांव का यह रहने वाला है, जो कई दिनों से यहां वार्ड में दाखिल है। इस कोरोना पॉजिटिव मरीज ने रात को हंगामा करते हुए गैस लीक की अफवाह फैलाई। इसके बाद मरीजों में हड़कंप मच गया और वे वार्ड का दरवाजा तोड़ते हुए अस्पताल से बहर निकल आए।
सूचना मिलने के बाद रात को ही सिविल सर्जन डा. जयभगवान जाटान मौके पर पहुंचे और उन्होंने अन्य स्टाफ को बुलाते हुए सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों को समझाते हुए वार्ड में भेजा।
सिविल सर्जन ने वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखते हुए जांच की तो मरीज की पहचान हुई। इसके बाद उक्त मरीज ने स्टाफ और सिविल सर्जन से माफी भी मांगी, लेकिन सिविल सर्जन ने कहा कि अब माफी नहीं एक्शन होगा। एफआइआर दर्ज कराएंगे। इस व्यक्ति की वजह से अस्पताल की सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है और प्रशासन को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस में शिकायत दी है।
नौजवान सिक्योरिटी गार्ड की
रहेगी रात को ड्यूटी
इस घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई। कोरोना आइसोलेशन वार्ड के दोनों तरफ मात्र एक-एक सुरक्षा गार्ड लगाया हुआ था, जिनकी उम्र भी ज्यादा है। इस कारण अफवाह फैलने के बाद कोरोना मरीज शीशा तोड़कर बाहर भाग गए। अस्पताल प्रशासन ने इस घटना के बाद यहां रात के समय सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाने और नौजवान सुरक्षा गार्ड तैनात करने का फैसला लिया है। वहीं रात को मात्र एक या दो स्टाफ नर्स ही ड्यूटी पर थी। रात को स्टाफ की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ चिकित्सकों को भी निर्देश जारी किये हैं कि समय-समय पर रात के समय वार्ड का राउंड करें।
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कोरोना पॉजिटिव कैदी कर रहा माहौल खराब
घटना के बाद अस्पताल प्रशासन की तरफ से की गई जांच में सामने आया कि वार्ड में एक कोरोना संक्रमित कैदी है, जो माहौल खराब कर रहा है। उसने ही रात को कुछ कोरोना संक्रमितों को उकसाया। इसके बाद इस तरह की घटना हुई। इस कैदी के खिलाफ भी अस्पताल प्रशासन कार्रवाई कर सकता है।
ये था मामला
बुधवार देर रात को जब दो कोरोना संक्रमित मरीजों को रेफर किया जा रहा था तो आक्सीजन की नाली निकलने पर एक मरीज ने अफवाह फैला दी कि गैस लीक हो गई। इसके बाद वार्ड में दाखिल 74 कोरोना मरीजों में हड़कंप मच गया और वे वार्ड का दरवाजा तोड़ते हुए बाहर निकल आए। इसके बाद अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई। सूचना मिलने के बाद अस्पताल के सीनियर अधिकारी वार्ड में पहुंचे। पुलिस को मौके पर बुलाया गया। मरीजों को शांत करते हुए वापस वार्ड में भेजा गया। सिविल सर्जन ने जब सीसीटीवी फुटेज देखी तो उक्त कोरोना मरीज की शरारत नजर आई। गैस लीक की कोई भी घटना अस्पताल में नहीं हुए, यह केवल अफवाह थी। इस दौरान यह भी सामने आया कि कुछ कोरोना संक्रमित मरीजों ने अस्पताल स्टाफ के साथ भी दुर्व्यवहार किया।
पुलिस को दी शिकायत
सिविल सर्जन डा. जयभगवान ने बताया कि कोरोना आइसोलेशन वार्ड में गैस लीक होने की अफवाह फैलाने वाले व्यक्ति की पहचान हो गई है। उसके खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस में शिकायत दी है। पुलिस ही इस मामले की जांच कर रही है। अफवाह फैलाने वाले ने रात को भी और सुबह भी स्टाफ से माफी मांगी है, लेकिन ऐसी घटना माफी लायक नहीं है। इसलिए उसके खिलाफ केस दर्ज करवाया जाएगा। वहीं एक अन्य कैदी भी माहौल खराब कर रहा है, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस टीम को मौके पर भेजी गई
सिविल लाइन थाना एसएचओ अमित कुमार ने बताया कि रात को पुलिस टीम मौके पर भेजी गई थी। कोरोना मरीजों को समझाते हुए वार्ड में भेज दिया है। अफवाह फैलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अभी तक कोई शिकायत स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नहीं मिली है। अगर कोई शिकायत मिलेगी तो उसके बाद जो कार्रवाई बनेगी की जाएगी।