¨हदी पूरे विश्व में बोली जाने वाली दूसरी भाषा: डॉ.रल्हाण
डीएवी कॉलेज पूंडरी के ¨हदी विभाग के प्रोफेसर एवं कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के पूर्व कुल-सचिव डॉ. कृष्ण चन्द रल्हाण ने डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर में आयोजित ¨हदी दिवस समारोह में बतौर मुख्यअतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में भाग लेकर ¨हदी की महत्ता पर प्रकाश डाला। ¨हदी के प्रति उनके अच्छे वक्तव्य को लेकर अभी उनको अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित होने वाले विश्व ¨हदी सम्मेलन में बतौर वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में भी आमंत्रित किया गया है।
संवाद सहयोगी, पूंडरी : डीएवी कॉलेज पूंडरी के ¨हदी विभाग के प्रोफेसर एवं कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के पूर्व कुल-सचिव डॉ. कृष्ण चन्द रल्हाण ने डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर में आयोजित ¨हदी दिवस समारोह में बतौर मुख्यअतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में भाग लेकर ¨हदी की महत्ता पर प्रकाश डाला। ¨हदी के प्रति उनके अच्छे वक्तव्य को लेकर अभी उनको अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित होने वाले विश्व ¨हदी सम्मेलन में बतौर वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में भी आमंत्रित किया गया है।
अपने उद्बोधन में डॉ. रल्हाण ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि ¨हदी मातृभाषा के साथ-साथ राजभाषा, राष्ट्रभाषा और अंतरराष्ट्रीय भाषा भी है। ¨हदी और भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रचार की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि आज विश्व में चीनी के बाद ¨हदी दूसरे नम्बर पर बोली जाती है। विश्व के लगभग 180 देशों में ¨हदी बोली, लिखी, पढ़ी और समझी जाती है। भारत को छोड़कर विश्व के लगभग 200 विश्वविद्यालयों में ¨हदी का अध्ययन और अध्यापन कार्य हो रहा है।
सिर्फ अमेरिका में 56 विश्वविद्यालयों में ¨हदी पढ़ाई जाती है। ¨हदी के बढ़ते हुए वैश्विक प्रचार के आधार पर उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2025 तक विश्व में ¨हदी नंबर एक की भाषा बन जाएगी। बता दे कि ¨हदी में उनके लेखन के लिए अब तक डॉ.रल्हाण को तीन अंतरराष्ट्रीय और सात राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त हो चुके हैं। उनकी अब तक चार पुस्तकें और 2 दर्जन शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।