समय पर इलाज न मिलने से युवक की मौत के मामले मे हेल्थ कमिश्नर ने मांगी रिपोर्ट
गुहला के सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस का डीजल खत्म होने व समय पर इलाज न मिलने से युवक की लापरवाही से हुई मौत के मामले को लेकर हेल्थ कमिशनर ने विभाग के जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने बताया कि मामले को लेकर कहां लापरवाही हुई है इसे लेकर जांच की जा रही है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
गुहला के सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस का डीजल खत्म होने व समय पर इलाज न मिलने से युवक की लापरवाही से हुई मौत के मामले को लेकर हेल्थ कमिशनर ने विभाग के जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने बताया कि मामले को लेकर कहां लापरवाही हुई है, इसे लेकर जांच की जा रही है। मामला संज्ञान में आने के बाद बृहस्पतिवार को एसएमओ डॉ. नीरज मंगला, एंबुलेंस विभाग के फील्ड इंचार्ज सुभाष को गुहला के सरकारी अस्पताल भेजा गया। यहां कार्यरत एसएमओ संजीव गोयल से मामले की जानकारी ली। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी देखते हुए व एंबुलेंस चालक द्वारा दिए गए बयान अनुसार रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके बाद रिपोर्ट को सीनियर अधिकारियों को भेजी जाएगी, वहां से जो आगामी आदेश होंगे उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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ये था मामला
खराल गांव का 22 वर्षीय गुरप्रीत रोजाना की तरहअपने दोस्त के साथ अपने काम से वापस गांव लौट रहा था। गुहला के महावीर दल अस्पताल के नजदीक पहुंचने पर अज्ञात वाहन ने टक्कर हो गई। इस हादसे में गुरप्रीत को ज्यादा चोट आई। समाजसेवी नोदी चीका ने अन्य साथियों के साथ उसे गुहला के सिविल अस्पताल भिजवाया, लेकिन यहां स्टाफ तो था, लेकिन चिकित्सक मौजूद नहीं था। बुलाने के बावजूद करीब 45 मिनट बाद चिकित्सक अस्पताल पहुंचा। इसके बाद चिकित्सक ने उसे जब पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर किया तो एंबुलेंस नहीं मिली। चालक को एंबुलेंस लाने के लिए कहा तो बोला की डीजल कम है। जब लोगों ने कहा कि डीजल वे डलवा देंगे तो चालक जाने के लिए तैयार हुआ, तब तक घायल युवक ने दम तोड़ दिया था।
इस मामले को लेकर लोगों ने सिविल अस्पताल में बदहाल व्यवस्था पर रोष जताया था। लोगों ने कहा कि गुहला हलका में 70 के करीब गांव आते हैं। बड़ा हलका होने के कारण इस अस्पताल में तीन एंबुलेंस उपलब्ध होनी चाहिए।