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अब अटल सेवा केंद्रों पर भी बनेंगे आयुष्मान भारत योजना के कार्ड

विक्रम पूनिया, कैथल : आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के लिए राहत की खबर है। अगले सप्ताह से

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 12:04 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 12:04 AM (IST)
अब अटल सेवा केंद्रों पर भी बनेंगे आयुष्मान भारत योजना के कार्ड
अब अटल सेवा केंद्रों पर भी बनेंगे आयुष्मान भारत योजना के कार्ड

विक्रम पूनिया, कैथल : आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के लिए राहत की खबर है। अगले सप्ताह से सभी अटल सेवा केंद्रों पर भी आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाए जा सकेंगे। इसके लिए सभी अटल सेवा केंद्र संचालकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और जल्द ही आइडी पासवर्ड भी दे दिए जाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्र के 58 हजार 421 तथा शहरी क्षेत्र के 20 हजार 700 लाभार्थी परिवारों के साढे़ तीन लाख सदस्यों को सीधे तौर पर फायदा होगा। अब तक ये परिवार योजना के लाभार्थी हैं या नहीं यह जांच करवाने के लिए और कार्ड बनवाने के लिए जिला नागरिक अस्पताल में बने आयुष्मान मित्र डेस्क पर लंबी लंबी कतारों में लगे रहते हैं। भीड़ ज्यादा होने के कारण कई बार कर्मचारियों के साथ लोगों का झगड़ा भी हो चुका है।

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500 व्यक्ति रोजाना पहुंचते हैं कार्ड बनवाने

आयुष्मान भारत योजना में नाम है या नहीं और कार्ड बनवाने के लिए जिला नागरिक अस्पताल में 400 से 500 व्यक्ति रोजाना पहुंचते हैं। जबकि 100 से 150 व्यक्ति के ही कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिले में 200 के करीब अटल सेवा केंद्र खुले हैं। अब अपने नजदीकी केंद्र पर भी नाम की जांच व कार्ड बनवाए जा सकेंगे।

तीनों अस्पताल पैनल में शामिल

कैथल में योजना के तहत दो प्राइवेट सिग्नस और गणपति अस्पताल व एक सरकारी जिला नागरिक अस्पताल को पैनल पर रखा गया है। इन तीनों अस्पताल में दाखिल होकर योजना के लाभार्थी लाभ ले सकते हैं। पहले से कार्ड नहीं बना हो तो अस्पताल में मौजूद आयुष्मान मित्र जांच करके तुरंत मरीज का कार्ड बना देंगे। किसी भी लाभार्थी को कतारों में लगने की जरूरत नहीं है। एक साथ साढे तीन लाख लोगों के कार्ड बनाना संभव नहीं है। इलाज के लिए सिर्फ एक आइडी की जरूरत होती है। मोबाइल में एप डाउनलोड कर अपने नाम की जांच करने के साथ ही यह आइडी प्राप्त की जा सकती है। पैनल पर मौजूद तीनों अस्पताल में भी आयुष्मान मित्र बैठे रहेंगे। दाखिल होने के बाद वहां से भी आइडी प्राप्त कर इलाज करवाया जा सकता है।

-डॉ. संदीप जैन, जिला नोडल अधिकारी आयुष्मान भारत योजना


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