पीटीआइ अध्यापकों को बर्खास्त कर सरकार ने दो हजार परिवारों के पेट पर मारी लात: सुरजेवाला
शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले अध्यापकों का धरना और क्रमिक अनशन 24वें दिन भी जारी रहा। बुधवार को धरने की अध्यक्षता राजेश कुमार और मंच संचालन दिलबाग अंटाल ने किया।
जागरण संवाददाता, कैथल : शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले अध्यापकों का धरना और क्रमिक अनशन 24वें दिन भी जारी रहा। बुधवार को धरने की अध्यक्षता राजेश कुमार और मंच संचालन दिलबाग अंटाल ने किया।
इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला धरनास्थल पर समर्थन देने के लिए पहुंचे। सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आठ अप्रैल 2020 के निर्णय के बाद 1983 पीटीआइ अध्यापकों को नौकरी से बर्खास्त करना दो हजार परिवारों के पेट पर लात मारना है। इन पीटीआइ अध्यापकों ने 10 साल से अधिक प्रदेश में निस्वार्थ सेवा की है। 30 अध्यापक पूर्व सैनिक हैं। इनमें गैलेंट्री अवार्ड प्राप्त दिलबाग जाखड़ भी शामिल हैं, जिन्होंने पूंछ में सात उग्रवादियों को मार गिराया था। 34 अध्यापक कैंसर, ब्रेन हैमरेज, हार्ट इत्यादि बीमारियों से ग्रस्त हैं। 39 साथियों की तो मृत्यु तक हो चुकी है। सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय में न तो पीटीआइ चयन प्रक्रिया में कोई भ्रष्टाचार पाया गया और न ही किसी भी चयनित पीटीआइ अध्यापक द्वारा कोई द्वेषपूर्ण किया गया कार्य पाया गया।
सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री व भाजपा-जजपा सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि ये नौजवान न केवल हरियाणा की माटी के बेटे-बेटियां हैं, पर पिछले 10 वर्ष में इन्होंने बेहतरीन सेवा कर सरकारी सेवा का तजुर्बा कमाया है। इस मौके पर राजकुमार, सतपाल, विरेंद्र गोयत और कुलदीप माजरा अनशन पर बैठे। इस मौके पर हलका पूंडरी से कांग्रेसी प्रत्याशी सतवीर भाना, जरनैल सिंह, सुशीला शर्मा, ईश्वर ढांडा, विजेंद्र मोर, रोशन लाल, रामपाल शर्मा, विद्या देवी, ओमपाल, पवन कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।