एसवाइएल नहर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सरकार कराए लागू : माजरा
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं इनेलो नेता रामपाल माजरा ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में प्रदेश की जनता कांग्रेस के दस साल के भ्रष्टाचार से दुखी थी और तीसरे मोर्चे का विकल्प नहीं होने के कारण भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर थी, लेकिन अब मायावती के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे का गठन हो चुका है जो कि कांग्रेस और भाजपा दोनों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगा।
जागरण संवाददाता, कैथल :
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं इनेलो नेता रामपाल माजरा ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में प्रदेश की जनता कांग्रेस के दस साल के भ्रष्टाचार से दुखी थी और तीसरे मोर्चे का विकल्प नहीं होने के कारण भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर थी, लेकिन अब मायावती के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे का गठन हो चुका है जो कि कांग्रेस और भाजपा दोनों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगा।
माजरा मंगलवार को गांव बड़सीकरी कला, बड़सीकरी खुर्द, कमालपुर, किठाना, रेहड़ा, गुलियाना, सौंगरी, तारागढ़, कसान, जाखौली दाबदल, सहारन, तितरम व कैलरम में 30 दिसंबर को गांव बालू में जन अधिकार रैली में पहुंचने के लिए ग्रामीणों का आह्वान कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इनेलो हर वर्ग के हकों की लड़ाई लड़ने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने मांग की कि सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करें और किसानों का कर्ज माफ करें। एसवाइएल नहर के निर्माण के लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो-बसपा की सरकार बनने पर किसान, कमेरे, छोटे दुकानदार का कर्जा माफ किया जाएगा, हर घर में एक सरकार नौकरी दी जाएगी और यदि किसी कारणवश रोजगार नहीं मिल पाता तो 15 हजार रुपये महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
इस मौके पर बलबीर मटौर, जसमेर तितरम, संदीप जुलानीखेड़ा, मोनी बालू, रामचंद्र करोड़ा मौजूद थे।