गीता उपनिषद और ग्रंथों का निचोड़: निष्ठावती
अर्जुन नगर में दिव्य हरिनाम संकीर्तन करवाया गया। गीता भागवत प्रचारक देवी निष्ठावती रूक्मणी ने श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की महिमा के बारे में बताया। संकीर्तन में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
जागरण संवाददाता, कैथल :
अर्जुन नगर में दिव्य हरिनाम संकीर्तन करवाया गया। गीता भागवत प्रचारक देवी निष्ठावती रूक्मणी ने श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की महिमा के बारे में बताया। संकीर्तन में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कथावाचक देवी निष्ठावती ने बताया कि मनुष्य को चाहिए कि वह भगवान की शरण ग्रहण करें। इससे संसार के सभी प्रकार के दुखों से छुटकारा मिल जाएगा। जो मनुष्य मन को वश में कर लेता है, उसका मन ही उसका सबसे अच्छा मित्र बन जाता है। जो मनुष्य मन को वश में नहीं कर पाता है, उसके लिए वह मन ही उसका सबसे बड़ा शत्रु बन जाता है। भागवत गीता सारे उपनिषदों और ग्रंथों का निचोड़ है। गीता समूचे विश्व का मार्गदर्शक ग्रंथ के रूप में स्थापित हो चुका है।इसलिए गीता का श्रवण करना जीवन की धन्यता है। गीता में भगवान श्रीकृष्ण गुरु के रूप में है। इस अवसर पर सुभाष धीमान, पवित्र थरेजा, दिव्या शर्मा, श्याम सुंदर, ¨प्रस ग्रोवर, मंजू बंसल, सोनिया गुप्ता, रंजना ग्रोवर, शिल्पा गोयल व गौरीका थरेजा मौजूद थी।