पांच महीने में नहीं लगी कचरा निस्तारण मशीन
करीब पांच महीने से एजेंसी काम कर रही है लेकिन आजतक एजेंसी ने न तो गलियों में आरएफ आइडी लगाई है और न ही कचरा निस्तारण करने वाली मशीन।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद ने डोर टू डोर कचरा उठान को लेकर बालाजी सिक्योरिटी एंड मैन पावर सर्विस एजेंसी को एक साल के लिए ठेका दिया है। इस ठेके पर नप साल में करीब तीन करोड़ 20 लाख रुपये खर्च कर रही हैं। पहले इस टेंडर पर करीब एक करोड़ 70 लाख रुपये खर्च होते थे। इस बार जब टेंडर दिया गया था तो एनजीटी की शर्तो को जोड़कर राशि को बढ़ाया गया था। करीब पांच महीने से एजेंसी काम कर रही है, लेकिन आजतक एजेंसी ने न तो गलियों में आरएफ आइडी लगाई है और न ही कचरा निस्तारण करने वाली मशीन।
शहर से सभी कचरा प्वाइंटों को खत्म करना था। इसके बावजूद अलग-अलग स्थानों पर करीब दस कचरा प्वाइंट बनाए हुए हैं। नगर परिषद अधिकारी भी पांच महीने से कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे। वह एजेंसी को जुर्माना लगाकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। शहर के कुछ पार्षद कई बार लिखित में एजेंसी के खिलाफ शिकायत दे चुके हैं, लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। यहां तक कि विधायक लीला राम भी एजेंसी पर आरोप लगा चुके हैं कि डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी ब्लैक लिस्ट है।
नहीं होने चाहिए कचरा प्वाइंट
नियम के अनुसार शहर में कचरा प्वाइंट नहीं होने चाहिए। रोजाना घरों से कचरा उठान करने के बाद उसका निस्तारण करना होता है। हालांकि निस्तारण नहीं किया जा रहा है। बता दें कि डीसी सुजान सिंह ने शनिवार को अंबाला रोड इंडोर खेल स्टेडियम के सामने बने कचरा प्वाइंट को लेकर निरीक्षण किया। मौके पर ही नप एक्सईएन हिमांशु लाटका और सफाई निरीक्षक प्रदीप कुमार को भी बुला लिया गया था। डीसी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि भविष्य में इस कचरा प्वाइंट पर गंदगी जमा नहीं होनी चाहिए। प्रशासन की तरफ से स्टेडियम में कोरोना से निपटने को लेकर वैकल्पिक अस्पताल भी बनाया हुआ है। इसके अलावा यहां अभ्यास करने वाले खिलाड़ी भी कई बार कचरा डालने वाले एजेंसी के कर्मचारियों का विरोध कर चुके थे। आसपास के लोग भी शिकायत कर चुके थे, लेकिन नप अधिकारी शिकायतों को गंभीर नहीं ले रहे थे।
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एजेंसी को कई बार आरएफ आइडी लगवाने को लेकर निर्देश दिए गए हैं। अंबाला रोड पर कचरा प्वाइंट खत्म कर दिया जाएगा और यहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। अगर एजेंसी के कार्य में लापरवाही पाई जाती है तो नोटिस जारी किया जाएगा।
बलबीर सिह, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद।