पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों पर हमला करने के आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर जताया रोष
फरल गांव स्थित फल्गु मेले में चार दिन पहले सड़क निर्माण का काम कर रहे पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों पर हमला करने के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर कर्मियों ने रोष जताया।
जागरण संवाददाता, कैथल : फरल गांव स्थित फल्गु मेले में चार दिन पहले सड़क निर्माण का काम कर रहे पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों पर हमला करने के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर कर्मियों ने रोष जताया।
उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस गंभीरता से काम नहीं कर रही है, वहीं जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती कर्मचारियों का इलाज भी ठीक से नहीं किया जा रहा है। बुधवार को इलाज पूरा हुए बिना ही उनकी छुट्टी कर दी गई। जब परिजन व कर्मचारी सिविल सर्जन से मिले तो फिर दाखिल कर लिया।
दाखिल कर्मचारी रामचंद्र व कर्मबीर ने बताया कि जब वे फल्गु मेले को लेकर सड़क का निर्माण कर रहे थे तो कुछ शरारती तत्वों ने वहां आकर उन पर लाठी व डंडों से हमला कर दिया। इसमें पांच कर्मचारियों को ज्यादा चोट आई। उन्होंने गांव में एक घर में घुसकर मुश्किल से जान बचाई।
विभागीय कर्मचारी पाला राम, ओमदत्त, राम बहादुर, महावीर सैनी ने बताया कि कर्मचारियों के साथ यह अन्याय हो रहा है। घायल कर्मचारियों की दो दिन से पट्टी तक नहीं बदली गई है। उनकी जिला प्रशासन से मांग है कि दाखिल कर्मचारियों का इलाज ठीक प्रकार से हो, मारपीट करने वाले आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
यह था मामला
22 सितंबर की शाम को कर्मचारी फल्गु मेले में सड़क का निर्माण कर रहे थे। इस दौरान कुछ युवक मोटरसाइकिल पर आए बोले कि यहां टांकी क्यों लगा रहे हो। करोड़ों रुपये का बजट आया है, सड़क का निर्माण अच्छे से होना चहिए। जब उन्होंने कहा कि वे अपना काम कर रहे हैं, कोई आपत्ति हो तो अधिकारियों से बात करो। इतना कहते ही युवक भड़क गए और झगड़ा करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने अन्य युवकों को भी फोन कर मौके पर बुला लिया। इसके बाद आरोपितों ने लाठी व डंडों से हमला कर दिया। घायल तीन कर्मचारियों को सिविल अस्पताल लाया गया था।
इलाज में नहीं बरती जा रही लापरवाही
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि दाखिल कर्मचारियों के परिजन उनसे मिले थे। चिकित्सकों को छुट्टी न करने को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। कर्मचारियों के इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है।