आज से कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे ट्रैक पर दौड़ेगी ईमयू ट्रेन
शनिवार से ही कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन (ईएमयू) ट्रेन दौड़ने लगेगी। इस रूट पर ईएमयू ट्रेन चलने से यात्रियों का आधा घंटा तो बचेगा साथ ही यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम होगा। शुक्रवार को रेलवे संरक्षा आयुक्त शैलेंद्र कुमार पाठक, एडीआरएम राजीव धनखड़ इलेक्ट्रिक लाइन का निरीक्षण करने के लिए 10 डिब्बों की स्पेशल डीएमयू नरवाना से कुरुक्षेत्र पहुंचे। इसके बाद इसी स्पेशल ट्रेन में इलेक्ट्रिक इंजन जोड़कर वापस नरवाना के लिए रवाना हो गए। इससे पहले इलेक्ट्रिक इंजन पर दीप जलाया गया और अगरबत्ती दिखाई गई। तिलक करके रेलवे के छह अधिकारियों ने नारियल फोड़कर इस निरीक्षक वाहन को शुरू किया
जागरण संवाददाता, कैथल:
शनिवार से ही कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन (ईएमयू) ट्रेन दौड़ने लगेगी। इस रूट पर ईएमयू ट्रेन चलने से यात्रियों का आधा घंटा तो बचेगा साथ ही यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम होगा।
शुक्रवार को रेलवे संरक्षा आयुक्त शैलेंद्र कुमार पाठक, एडीआरएम राजीव धनखड़ इलेक्ट्रिक लाइन का निरीक्षण करने के लिए 10 डिब्बों की स्पेशल डीएमयू नरवाना से कुरुक्षेत्र पहुंचे। इसके बाद इसी स्पेशल ट्रेन में इलेक्ट्रिक इंजन जोड़कर वापस नरवाना के लिए रवाना हो गए। इससे पहले इलेक्ट्रिक इंजन पर दीप जलाया गया और अगरबत्ती दिखाई गई।
तिलक करके रेलवे के छह अधिकारियों ने नारियल फोड़कर इस निरीक्षक वाहन को शुरू किया। आयुक्त शैलेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो ईएमयू ट्रेन की सौगात शनिवार से ही लोगों को मिल जाएगी।
ईएमयू ट्रेन चलने से नरवाना से कुरुक्षेत्र और कुरुक्षेत्र से नरवाना की ओर जाने वाले यात्रियों का सफर अब और आसान हो जाएगा। ईएमयू ट्रेन बिना झटके के यात्रियों को उनके स्टेशन तक पहुंचाएगी। उन्होंने बताया कि 85 किलोमीटर पर इलेक्ट्रिक वायर बिछाने का काम पूरा होने के बाद आज निरीक्षण हो जाएगा। थानेसर शहर के रेलवे फाटक पर एलिवेटिड ट्रैक बनाने पर वो बोले कि उन्हें इसकी पूरी जानकारी तो नहीं लेकिन जैसा पता लगा है इसकी टेंड¨रग होने में अभी छह माह का समय लग सकता है।
स्पीड में आएगी तेजी
अब तक इस ट्रैक पर डीजल इंजन की ट्रेन ही आवाजाही कर रही थी। विद्युतीकरण होने के बाद डीजल इंजन बंद हो जाएगा और इलेक्ट्रिक इंजन चलने से वायु प्रदूषण भी कम होगा। साथ इलेक्ट्रिक इंजन लगने से ट्रेन की स्पीड में भी तेजी आएगी, क्योंकि डीजल इंजन स्पीड पकड़ते हुए समय लेता है जबकि इलेक्ट्रिक इंजन तुरंत स्पीड पकड़ने में सक्षम है। ऐसे में यात्रियों का सफर का समय भी कुछ कम होगा।
आड़ू फार्म वासियों ने सौंपा ज्ञापन
आड़ू फार्म निवासी प्रगट ¨सह, सुरेंद्र, लख¨वद्र ने एडीआरएम को ज्ञापन सौंपकर ज्योतिसर के नजदीक रेलवे अंडरपास के अटके हुए काम को जल्द पूरा कराने की मांग की। फार्म निवासियों ने बताया कि उनके फार्म को जाने वाला एकमात्र रास्ता है। रेलवे ने 2016 में अंडर पास बनाना शुरू किया था, जिसे अधर में ही छोड़ दिया गया। अब उसमें पानी भरा रहता है। इसकी वजह से गांव रावगढ़, खानपुर की ओर जाने वाले लोगों को रास्ता नहीं मिलता। फार्म के लोगों ने एडीआरएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अभी तक किसी जमीनदार ने अपनी जमीन में से रास्ता दिया हुआ था, लेकिन अब उसने भी रास्ता बंद कर दिया है। ऐसे में उन्हें अपने घर तक पहुंचने में ही दिक्कत हो रही है।