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Haryana News: 'चेहरा बदलने से…' INLD में घर वापसी करने के बाद माजरा का भाजपा पर हमला, CM नायब को बताया डमी सीएम

आज इंडियन नेशनल लोकदल (INLD News) में पूर्व संसदीय सचिव रामपाल माजरा शामिल हो गए। इनेलो महासचिव और विधायक अभय चौटाला ने उन्हें पार्टी में वापसी कराई। इनेलो में आने के बाद रामपाल माजरा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री नायब को डमी सीएम बताया। अभय चौटाला ने माजरा को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी भी दी है।

By Pankaj Kumar Edited By: Monu Kumar Jha Published: Wed, 20 Mar 2024 09:57 AM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2024 02:18 PM (IST)
Haryana News: इनेलो में घर वापसी करने के बाद माजरा का CM नायब पर तंज।

जागरण संवाददाता, कैथल। पूर्व संसदीय सचिव रामपाल माजरा को मनाने की इनेलो के प्रधान महासचिव विधायक अभय चौटाला की कोशिशें आखिर सिरे चढ़ ही गईं। माजरा ने बुधवार को चंडीगढ़ में घर वापसी किया। रामपाल माजरा को प्रदेश अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी मिली है।

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इनेलो के जिलाध्यक्ष राजा राम माजरा ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि करीब दस दिन पहले अभय चौटाला अचानक कैथल स्थित रामपाल माजरा के निवास पर पहुंचे थे।

उन्होंने माजरा के सामने कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से इनेलो का प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद इनेलो कार्यकर्ताओं की बैठक में बुलाकर उनकी मंशा पूछी गई थी। उन्होंने तब तीन दिन का समय मांगा था, लेकिन वह अपना मन नहीं बना पाए।

पार्टी की सदस्यता लेने के बाद माजरा ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर हमला बोला और कहा कि पुराने और नए कार्यकर्ताओं को साथ लेकर जिम्मेदारी निभाऊंगा। चेहरा बदलने से सत्ता विरोधी लहर कम नहीं होगी। वह (नायाब सिंह सैनी) एक डमी सीएम हैं। इनेलो हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और वे सभी करेंगे।

अभय चौटाला के बाद इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने भी उनसे बातचीत की, जिसे माजरा ठुकरा नहीं सके। इसके चलते अब वह घर वापसी करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि नफे सिंह राठी के बाद उन्हें इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। अभय सिंह चौटाला कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

माजरा का राजनीतिक सफरमाजरा ने अपना राजनीतिक सफर वर्ष 1978 में गांव माजरा नंदकरण की सरपंची से शुरू किया था। वह पहली बार वर्ष 1996 में विधायक बने। इस चुनाव में उन्होंने पाई विधानसभा से समता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और हरियाणा विकास पार्टी के उम्मीदवार नर सिंह ढांडा को हराया।

वर्ष 2000 में उन्होंने इनेलो की टिकट पर कांग्रेस के तेजेंद्र पाल मान को हराया था, लेकिन वर्ष 2005 के चुनाव में वह मान से हार गए। माजरा ने वर्ष 2009 में कलायत विधानसभा से इनेलो टिकट पर चुनाव लड़ा और प्रतिद्वंद्वी तेजेंद्रपाल मान को हराकर तीसरी बार विधायक बने।

वर्ष 2014 के चुनाव में वह निर्दलीय उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी से हार गए। वर्ष 2019 में उन्होंने इनेलो को छोड़ कर भाजपा का दामन थामा, लेकिन ज्यादा दिन यहां नहीं रुके। कृषि बिलों के विरोध का हवाला देते हुए उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी।


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