जहर मुक्त उत्पादों के लिए राष्ट्रपति ने की कृषि विज्ञानी कुंडू के प्रयासों की प्रशंसा
राष्ट्रीय नव प्रर्वतन संस्थान एवं व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार की ओर से 15 से 18 मार्च तक गुजरात के गांधी नगर गुजरात में नव तकनीक खोजने वालों के लिए मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने किया था।
जागरण संवाददाता, कैथल : राष्ट्रीय नव प्रर्वतन संस्थान एवं व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार की ओर से 15 से 18 मार्च तक गुजरात के गांधी नगर गुजरात में नव तकनीक खोजने वालों के लिए मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने किया था। मेले में नई तकनीक की खोज करने वाले 150 लोगों ने भाग लिया। इन 150 लोगों में हरियाणा से सिर्फ ईश्वर कुंडू शामिल थे।
गांव कैलरम निवासी ईश्वर कुंडू को कृषि विज्ञानी के नाम से भी जाना जाता है। ईश्वर कुंडू ने बताया कि सभी 150 लोगों मेले में अपने अपने हुनर का प्रदर्शन प्रदर्शनी के माध्यम से किया गया। मेले में से ईश्वर कुंडू सहित सिर्फ 10 लोगों को चुना गया। इन्हें 18 मार्च को दिल्ली राष्ट्रपति बुलाया गया था। इस दौरान सभी को राष्ट्रपति के सामने अपनी खोज को बताने का मौका मिला। राष्ट्रपति ने ईश्वर सिंह कुंडू की खोज को कृषि के लिए उपयोगी बताया। राष्ट्रपति के सचिव ने सभी 10 लोगों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया।
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जहरमुक्त खेती के चार उत्पादों
की कर चुके हैं खोज
कृषि विज्ञानी ईश्वर सिंह पेस्टीसाइड की दुकान पर काम करते थे। इस दौरान उन्हें स्किन एलर्जी हो गई। इससे वे बहुत दुखी हुए और उनको समझ में आ गया कि जब ये उत्पाद छूने से एलर्जी हो सकती है तो इनको खाने से कितना नुकसान होता होगा। 2004 में उन्होंने खेतीबाड़ी को जहर से मुक्त करने के लिए जड़ी बूटियों से कुछ उत्पाद तैयार किए। ये उत्पाद कारगर साबित हुए और 2007 में ईश्वर ने इन्हें पेटेंट करवा लिया। बेहतरीन उत्पादों के लिए अब तक ईश्वर सिंह को अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर तीन दर्जन से अधिक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।