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ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने को लगी लंबी कतार

सरकार की ओर से एक सितंबर से लागू किए गए यातायात के नियमों में लगाए गए नए जुर्मानों का खौफ अब लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। इस कारण लघु सचिवालय स्थित ई दिशा केंद्र में पहले की अपेक्षा चार गुणा अधिक लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन आ रहे है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 09:39 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 09:39 AM (IST)
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने को लगी लंबी कतार

जागरण संवाददाता, कैथल :

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सरकार की ओर से एक सितंबर से लागू किए गए यातायात के नियमों में लगाए गए नए जुर्मानों का खौफ अब लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। इस कारण लघु सचिवालय स्थित ई दिशा केंद्र में पहले की अपेक्षा चार गुणा अधिक लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन आ रहे है।

जहां एक सितंबर से पहले एक दिन में 100 से 150 लाइसेंस बनाने के लिए आवेदन आते थे, अब एक दिन में 600 से अधिक आवेदन आ रहे हैं। ई दिशा केंद्र में सुबह नौ बजे से ही लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटती है। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण केंद्र संचालकों की भी बल्ले बल्ले हैं। वे बिना किसी जांच के ही प्रदूषण जांच कर रहे हैं।

सुबह से ही लोग हाथ में फाइल लेकर लंबी-लंबी कतारों में लगे हुए नजर आते हैं। सर्वर डाउन होने के साथ लर्निंग लाइसेंस के लिए परीक्षा के काउंटर पर लोगों को दो से तीन दिन तक का इंतजार करना पड़ता है। जिस कारण लाइसेंस बनवाने में लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

पहले से चार गुणा आ रहे आवेदन :

ई दिशा केंद्र में लाइसेंस के डीलिग हैंड ईल्म चंद ने बताया कि यातायात के नए नियम लागू होने के बाद अब पहले से चार गुणा अधिक आवेदन आ रहे है। पहले केवल 150 तक ही लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन आते थे, लेकिन अब ई दिशा केंद्र में सुबह से ही लोग लंबी कतारों में लग जाते हैं। जो लाइसेंस बनवाने के लिए दोपहर दो बजे तक डटे रहते है। उन्होंने बताया कि अब एक दिन में छह सौ से अधिक लाइसेंस के आवेदन आ रहे है।

हो रही है परेशानी :

सबसे अधिक परेशानी लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए परीक्षा देने वालों को आ रही है। यहां पर परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों को परीक्षा देने के लिए केवल दो काउंटर ही बनाए गए है। जिस कारण एक अभ्यार्थी को दो दिन का समय लगता है। गांव बाबा लदाना निवासी गुलाब सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले उसका लाइसेंस रद हो गया था। अब दोबारा से नई प्रक्रिया के तहत लाइसेंस बनवा रहा हूं। केवल लर्निंग लाइसेंस के लिए कर्मचारियों की कमी में परीक्षा भी नहीं दे पाया है। इसके लिए दो ही कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

वहीं गांव ग्योंग निवासी रमेश कुमार ने बताया कि वह भी ई दिशा केंद्र में लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंच रहा है। दो दिन से वह लगातार यहां आ रहा है, लेकिन वह कर्मचारियों की कमी में लर्निंग लाइसेंस के लिए परीक्षा भी नहीं दे पाया है।

वहीं, समाजसेवी लाजपत सिगला ने कहा कि यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों के लिए जुर्माना जरूर होना चाहिए, लेकिन सरकार ने आम लोगों की क्षमता से अधिक जुर्माने लगा दिए है। दूसरे राज्यों की सरकार लोगों को जुर्माने की छूट दे रही है। प्रदेश की सरकार को भी जुर्माने में छूट देनी चाहिए ताकि गरीब लोगों की जेब पर बोझ न पड़े।

प्रदूषण नियंत्रण केंद्र पर

उमड़ रही भारी भीड़

जहां ई दिशा केंद्र में लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण केंद्र पर भी मोटरसाइकिल चालकों की भी भारी भीड़ हो रही है। अब पहले से दस प्रतिशत अधिक प्रदूषण कार्ड बनाए जा रहे है। इसका दाम भी बढ़ाकर 40 से 50 रुपये कर दिया गया है।

नियम अनुसार बनाए जा रहे लाइसेंस

एसडीएम जगदीप सिंह ने कहा कि नियम अनुसार लाइसेंस प्रक्रिया चल रही है। यातायात के नए नियम लागू होने के बाद आवेदनों की संख्या में इजाफा हुआ है।


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