ग्रुप डी भर्ती के 18,218 पदों के लिए पहले दिन 15 हजार 132 ने दी परीक्षा
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की 18218 पदों के लिए ली जा रही लिखित परीक्षा देने के लिए पहले दिन कैथल में 15 हजार 132 परीक्षार्थी पहुंचे। परीक्षा के लिए शहर के विभिन्न 35 शिक्षण संस्थानों में 43 केंद्र बनाए गए थे।
जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की 18218 पदों के लिए ली जा रही लिखित परीक्षा देने के लिए पहले दिन कैथल में 15 हजार 132 परीक्षार्थी पहुंचे। परीक्षा के लिए शहर के विभिन्न 35 शिक्षण संस्थानों में 43 केंद्र बनाए गए थे।
परीक्षा सुबह और शाम दो चरणों में हुई। एक चरण में 11 हजार 498 परीक्षार्थियों ने भाग लेना था, लेकिन सुबह के चरण में 7486 यानी 65.09 प्रतिशत तथा सांय के चरण में 7646 यानि 66.49 प्रतिशत परीक्षार्थी ही परीक्षा देने पहुंचे। कमरे तक पहुंचने के लिए परीक्षार्थियों को पांच बाधाओं को पार करना पड़ा। सबसे पहले कर्मचारियों ने हाथों से जांच की उसके बाद गहन तलाशी, वीडियोग्राफी, क्यू आर कोड, बायोमीट्रिक की बाधा को पार करना पड़ा। किसी भी परीक्षार्थी को रोल नंबर के अलावा कोई सामान अंदर नहीं ले जाने दिया गया।
कड़े थे सुरक्षा प्रबंध
सभी परीक्षा केंद्रों की फिजिकल वेरीफिकेशन की गई थी। जिला प्रशासन की ओर से 11 ड्यूटी मजिस्ट्रेट/उड़नदस्ता अधिकारी नियुक्त किए गए थे। सभी ने लिखित परीक्षा के दौरान संबंधित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण भी किया। आयोग व प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी को भी केंद्रों पर फोन ले जाने की परमिशन नहीं थी। इसके अलावा वीडियोग्राफी और सभी कमरों में सीसीटीवी लगाए गए थे। केंद्रों के अंदर और बाहर संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे। परीक्षा केंद्रों के बाहर किसी भी वाहन व व्यक्ति को खड़ा नहीं होने दिया जा रहा था। एसडीएम, डीएसपी, डीईओ, एसएचओ व आयोग कर्मचारी भी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते रहे।
कोई आहत तो कोई खुश था
परीक्षा देने के लिए 90 प्रतिशत युवा थे। 10 प्रतिशत ऐसे भी थे जो 35 की उम्र पार कर चुके थे। इनमें महिला व पुरुष दोनों शामिल थे।
बता दें कि भर्ती के लिए 18 से 42 वर्ष तक के सभी व्यक्ति आवेदन कर सकते थे। जब एक 38 वर्षीय व्यक्ति से बात करनी चाही तो इन्होंने पेपर मुश्किल होने की बात कही। एक ने यहां तक कहा कि इन्हें पेपर में छूट दी जानी चाहिए थी। वहीं कुछ युवाओं ने बताया कि पेपर आसान था और अच्छा हुआ है।
जैमर ने बढ़ाई परेशानी
परीक्षा केंद्रों में जैमर लगे होने के कारण 200 मीटर और इससे भी ज्यादा दूरी तक इंटरनेट और फोन सेवाएं प्रभावित रही। कॉल या तो लग नहीं रही थी या फिर डिस्कनेक्ट होती रही। मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी ठप रही। इसके अलावा फोटो स्टेट की सभी दुकानों को बंद करवा दिया गया था।
लंबी दूरी और बसों के सफर ने बढ़ाई परेशानी
नौकरी की चाहत में असली परीक्षा से पहले परीक्षार्थियों को एक और मुश्किल परीक्षा से गुजरना पड़ा। यह परीक्षा थी लंबी दूरी और बसों का सफर। कैथल में परीक्षा देने के लिए रोहतक, नारनौल, भिवानी, हिसार, फरीदाबाद जैसे दूरदराज जिलों से भी परीक्षार्थी पहुंचे थे। इन्हें केंद्र तक पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हिसार से आए वेदप्रकाश ने कहा कि पहुंचने से ज्यादा ¨चता तो उन्हें वापस लौटने की थी, क्योंकि जाने के लिए बसों में मारामारी रहती है। सभी का कहना था कि परीक्षा केंद्र नजदीक में दिए जाने चाहिए।
सामान की रखवाली के लिए किसी को साथ लेकर आते
भरतपुर राजस्थान से परीक्षा देने पहुंचे भगत ¨सह ने बताया कि आने जाने और परीक्षा देने में दो दिन का समय व्यतीत हो जाता है। इस दौरान कपड़ों व अन्य सामान के लिए बैग की जरूरत होती है, लेकिन परीक्षा केंद्र के अंदर छोटी से छोटी वस्तु को भी नहीं ले जाने दिया जाता है। इससे उनकी परेशानी बढ़ जाती है। मजबूरी में उन्हें एक और व्यक्ति को साथ लेकर आना पड़ता है जो उनके सामान की रक्षा के लिए बाहर रहता है।
शांतिपूर्ण रही परीक्षा
नोडल अधिकारी एसडीएम कमलप्रीत कौर ने कहा कि दोनों चरणों में परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। पेट्रो¨लग पार्टियों के माध्यम से सभी केंद्रों पर कड़ी नजर रखी गई।