वार्षिक उत्सव पर रही सास्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
संवाद सहयोगी, कलायत: बाल विकास ग्लोबल स्कूल के वार्षिक उत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धू
संवाद सहयोगी, कलायत: बाल विकास ग्लोबल स्कूल के वार्षिक उत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। नर्सरी से दस जमा दो तक विद्यार्थियों ने कला मंच पर बेहतर से बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। शिक्षा और कला संस्कृति के प्रचार-प्रसार पर आधारित इस सांस्कृतिक कुंभ का आगाज भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित से किया। समारोह की अध्यक्षता चेयरमैन रणधीर चहल, प्राचार्य एनके गुप्ता, प्रबंध निदेशक अजीत चहल और प्रबंधक सतीश कुमार ने संयुक्त रूप से की। सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूर्व अतिथि सत्कार से हुई। इसमें छात्राओं ने मेहमानों के अभिनंदन में प्रभावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद तो क्रमवार बाल कलाकारों ने मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का ऐसा समा बांधा कि लोग झूम उठे।
। जै बालम दामण न सिमाया डूंगे के लिपट के मर जाऊंगी, लोट-पोट करने वाले देशी चुटकुले, जन चेतना पर आधारित सोच बदलो भई सोच बदलो हर किसी को जागने का संदेश दे गया। जूनियर टीम ने कला मंच पर फिल्मी सितारों को भी पीछे छोड़ दिया। देशभक्ति से सरोबार मेरा रंग दे बसंती चोला हर किसी में वतन के प्रति समर्पण भावना भर गया। मैं बरसाने की छौरी और तू गोकुल का छौरा ने एक तरह से मंच को वृंदावन में तबदील कर दिया। नन्हें-मुन्नों ने बहुआयामी प्रतिभा का रंग दिखाते हुए आई एम दा बेस्ट की प्रस्तुति दी। स्वर्ग से सुंदर संगीत खूब छाया रहा। मम्मी-पापा की स्नेहवर्षा को भी बच्चों की प्रस्तुतियां समर्पित रही। मेरा देश रंगीला की प्रस्तुति धागे की भांति समूचे राष्ट्र को अपने अंदर पिरो लाई। हरियाणवी फाग का सैट भी मंच पर सजा। इसने होली के रंगों से पहले हर किसी को स्नेह के रंगों से रंग दिया। मंच संचालन की कमान अनुजा और शिवानी ने छात्राओं के रूप में बखूबी ढंग से किया।
अव्वल प्रदर्शन करने वालों
को बराला ने किया सम्मानित:
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने स्कूल प्रबंधन समिति की मौजूदगी में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। बराला ने कहा कि गुणवत्ता परक शिक्षा समाज की सबसे बड़ी जरूरत है। अब वो जमाना नहीं रहा कि जब उच्च शिक्षित और योग्य युवक नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खाते थे। सरकार पात्र युवकों की हर तरह से एक अभिभावक की भांति पैरवी कर रही है।